Raid at RJD MLA Ritlal Yadav House: बिहार की सियासत में एक बार फिर हड़कंप मच गया है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के दानापुर से बाहुबली विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव उर्फ टिंकू यादव के ठिकानों पर पुलिस ने गुरुवार तड़के बड़ी छापेमारी की. इस कार्रवाई ने न केवल स्थानीय लोगों को चौंका दिया बल्कि बिहार की राजनीति में भी नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है. खगौल थाना क्षेत्र में हुई इस रेड में पुलिस को कई संदिग्ध सामान मिले. जिसने पिंकू यादव की गतिविधियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
पटना के खगौल थाना क्षेत्र में कोतमा स्थित पिंकू यादव के ठिकानों पर दानापुर एएसपी भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान पुलिस ने कई आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद कीं. दानापुर एएसपी ने बताया ‘छापेमारी में तीन बिना लाइसेंस वाली बंदूकें मिली हैं. जिन्हें जब्त किया जा रहा है. इसके अलावा साढ़े ग्यारह लाख रुपये नकद, एक नोट गिनने की मशीन, भारी मात्रा में वित्तीय लेनदेन के दस्तावेज, पुराने स्टांप पेपर और जमीन के कागजात बरामद हुए हैं.’ पुलिस ने यह भी बताया कि छापेमारी के दौरान कुर्की की कार्रवाई भी शुरू की गई थी.
#WATCH पटना, बिहार: दानापुर से राजद विधायक रीतलाल यादव से संबंधित विभिन्न स्थानों पर पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। pic.twitter.com/9zPn7ByH1z
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 11, 2025
पिंकू यादव पर पटना एम्स के सुरक्षा अधिकारी प्रेमनाथ राय पर गोलीबारी करवाने और धमकी देने का गंभीर आरोप है. यह घटना 22 अगस्त 2024 को खगौल थाना क्षेत्र के पाटलिपुत्र पथ पर हुई थी. जब बाइक सवार बदमाशों ने सुरक्षा अधिकारी की गाड़ी पर फायरिंग की थी. प्रेमनाथ राय ने खगौल थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया ‘पिंकू यादव ने मुझे फोन पर धमकी दी थी कि अगर मैं उनके लोगों को एम्स में गार्ड की नौकरी पर नहीं रखूंगा, तो मुझे अंजाम भुगतना पड़ेगा.’ इस हमले में प्रेमनाथ राय बाल-बाल बच गए थे. लेकिन उनकी गाड़ी पर गोली के निशान मिले थे.
बिहार में RJD विधायक रीतलाल यादव के भाई के ठिकानों पर पुलिस रेड, हथियार, कैश और नोट गिनने की मशीन बरामद.#RitlalYadav #RJDMLA #DanapurRaid #PoliceAction #PatnaPolice #FIRFiled #CourtOrder #BiharPolitics #STFRaid #BreakingNews #InKhabar pic.twitter.com/pOliutvckn
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पुलिस ने इस मामले में पहले ही दो अपराधियों को गिरफ्तार किया था लेकिन पिंकू यादव घटना के बाद से फरार था. खगौल थाना कांड संख्या 284/24 के तहत कोर्ट से वारंट मिलने के बाद पुलिस ने पिंकू की तलाश तेज कर दी थी. कुछ समय पहले पुलिस ने पिंकू के कोतमा स्थित घर पर इश्तेहार भी चिपकाया था. जिसमें उसे आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया गया था. हालांकि छापेमारी के दौरान पिंकू पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा.
पिंकू यादव की इस गतिविधि ने राजद और रीतलाल यादव की छवि पर सवाल उठाए हैं. रीतलाल यादव ने अपने भाई के बचाव में कहा ‘मेरे भाई को फंसाया जा रहा है. जो हथियार मिले, वे मेरे गार्ड के थे.’ लेकिन पुलिस का कहना है कि बरामद सामान की जांच गहराई से की जा रही है और जल्द ही कई और खुलासे हो सकते हैं. इस घटना ने बिहार की सियासत में नया तनाव पैदा कर दिया है. खासकर तब जब विधानसभा चुनाव नजदीक हैं.
पुलिस अब बरामद दस्तावेजों और सामान की बारीकी से जांच कर रही है. सवाल यह है कि पिंकू यादव के पास इतनी बड़ी मात्रा में नकदी और नोट गिनने की मशीन कहां से आई? क्या यह किसी बड़े अवैध कारोबार से जुड़ा है? साथ ही जमीन के कागजात और पुराने स्टांप पेपर भी जांच के दायरे में हैं. पुलिस का कहना है कि पिंकू यादव की गिरफ्तारी के बाद ही इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आएगी.