व्यक्ति की उम्र बढ़ना एक नेचुरल प्रोसेस है, जिससे झुर्रियां, त्वचा का ढीलापन और बालों का सफेद होना आम हो जाता है। रिवर्स एजिंग का मतलब शरीर की कोशिकाओं को रिपेयर और रीजनरेट करके उन्हें लंबे समय तक हेल्दी बनाए रखना है।
नई दिल्ली: व्यक्ति की उम्र बढ़ना एक नेचुरल प्रोसेस है, जिससे झुर्रियां, त्वचा का ढीलापन और बालों का सफेद होना आम हो जाता है। लेकिन क्या आप जानते है कि इन दिनों मार्किट में एक आया ट्रेंड चल रहा है, जिसका नाम है रिवर्स एजिंग। इसके जरिए लोग उम्र बढ़ने के बावजूद भी जवान नजर आ सकते हैं। हालांकि क्या है रिवर्स एजिंग आइए जानते है?
रिवर्स एजिंग का मतलब शरीर की कोशिकाओं को रिपेयर और रीजनरेट करके उन्हें लंबे समय तक हेल्दी बनाए रखना है। उम्र बढ़ने के साथ हमारे डीएनए की मरम्मत क्षमता कम होती जाती है, माइटोकॉन्ड्रिया कमजोर होते हैं और स्टेम सेल की संख्या घटती है। रिवर्स एजिंग तकनीकों के जरिए इन प्रभावों को कम किया जाता है, जिससे व्यक्ति न केवल युवा दिखता है बल्कि ज्यादा ऊर्जावान भी महसूस करता है।
1. बायोहैकिंग और DNA मॉडिफिकेशन – इसमें लाइफस्टाइल और पोषण में बदलाव कर डीएनए को रीप्रोग्राम किया जाता है, जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है।
2. स्टेम सेल थेरेपी – शरीर में नए और स्वस्थ कोशिकाओं का निर्माण कर यह तकनीक त्वचा, हड्डियों और अंगों की मरम्मत में मदद करती है।
3. एंटी-एजिंग डाइट और फास्टिंग – इंटरमिटेंट फास्टिंग, लो-कार्ब डाइट और ओमेगा-3 से भरपूर भोजन शरीर को लंबे समय तक युवा बनाए रखता है।
हॉलीवुड सितारों, बिजनेस टायकून और टेक्नोलॉजी इनोवेटर्स के बीच यह तकनीक काफी लोकप्रिय हो रही है। हालांकि वैज्ञानिकों का मानना है कि पूरी तरह से उम्र को पलटना फिलहाल संभव नहीं है, लेकिन सही डाइट, एक्सरसाइज और वैज्ञानिक तकनीकों के जरिए उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है।
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