भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते सुधरने में सबसे बड़ा रोड़ा है आतंकवाद. पाकिस्तान ने अब 61 संगठनों पर पाबंदी लगाने का एलान किया है, लेकिन इसमें हाफिज सईद का संगठन जमात उद दावा शामिल नहीं है.
नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते सुधरने में सबसे बड़ा रोड़ा है आतंकवाद. पाकिस्तान ने अब 61 संगठनों पर पाबंदी लगाने का एलान किया है, लेकिन इसमें हाफिज सईद का संगठन जमात उद दावा शामिल नहीं है.
#TwitterKickedHafiz: आतंकी हाफिज सईद दोबारा Get Out
पाकिस्तान का आंतरिक सुरक्षा मंत्रालय जमात उद दावा पर नजर रखने का दावा कर रहा है और पाकिस्तान में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर नजर रखने वाली एजेंसी ने जमात उद दावा के मीडिया कवरेज पर बैन लगा रखा है.
इसके बावजूद हाफिज सईद रैलियां कर रहा है, एफआईएफ नाम के अपने चैरिटी विंग के जरिए खुद को इस्लाम के पैरोकार के तौर पर पेश कर रहा है और पाकिस्तान की सरकार हाफिज सईद का तमाशा चुपचाप देख रही है.
ऐसे में जमात उद दावा पर नज़र रखने की बात साल का सबसे बड़ा मज़ाक नहीं तो और क्या है. आज इंडिया न्यूज़ और लाहौर से दिन न्यूज़ के बीच इसी मुद्दे पर सरहद आर-पार बड़ी बहस होगी कि हाफिज़ सईद की निगरानी का सच क्या है ?
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