एक स्टडी में वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। इस भविष्यवाणी में वैज्ञानिकों ने दुनिया के विनाश के बारे में चेतावनी दी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस रिपोर्ट में चौंका देने वाले तथ्य दिए गए हैं।
नई दिल्ली: एक स्टडी में वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। इस भविष्यवाणी में वैज्ञानिकों ने दुनिया के विनाश के बारे में चेतावनी दी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस रिपोर्ट में चौंका देने वाले तथ्य दिए गए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि हमारी धरती विनाश की ओर धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है।
जानकारी के अनुसार वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के विनाश का साल बताया है। पृथ्वी के भविष्य पर इंग्लैंड की ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक स्टडी रिपोर्ट जारी की है। वैज्ञानिकों द्वारा की गई इस स्टडी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि एक वक्त ऐसा भी आने वाला है जब पृथ्वी पर एक भी जीव जिंदा नहीं बचेगा। स्टडी रिपोर्ट के मुताबिक आज से 25 करोड़ साल बाद धरती पर स्थिति बनने की आशंका जताई जा रही है। कंप्यूटर सिमुलेशन तकनीक के जरिए वैज्ञानिकों ने पृथ्वी का भविष्य देखने की कोशिश की है।
इस तकनीक में ग्लोबल वॉर्मिंग का इनपुट डाला गया। इससे पता चला कि पृथ्वी का तापमान आज से करीब 25 करोड़ साल बाद 70 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। इतने गर्म तापमान में किसी भी जीव का धरती पर जिंदा रह पाना काफी कठिन होगा। धरती के विनाश के पीछे का सबसे बड़ा कारण गर्मी होगी, जिससे हमारी ये दुनिया खत्म हो जाएगी। वैज्ञानिकों का कहना है- जिस तेजी से पृथ्वी पर कार्बन उत्सर्जन की मात्रा बढ़ती जा रही है, ठीक इसी स्पीड से धरती के लोग अपने विनाश की ओर बढ़ रहे हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि-वातावरण में कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा बढ़ने से तापमान धीरे-धीरे बढ़ता जाएगा और एक वक्त सबकुछ खत्म हो जाएगा। वैज्ञानिकों ने अपनी इस स्टडी में धरती के इतिहास और भविष्य की कड़ी भी जोड़ने का प्रयास किया है। स्टडी के अनुसार आज से 33 करोड़ से 17 करोड़ साल पहले तक पृथ्वी पर पैंजिया नामका एक महाद्वीप था। फिर धीरे-धीरे वर्तमान स्थिति तक पृथ्वी पहुंची। अब 25 करोड़ साल बाद सभी महाद्वीपों का विलय होकर सुपरकॉन्टिनेंट ‘पैंजिया अल्टिमा’ बनेगा। पानी सुखते जाने से यह होगा. पृथ्वी पहले गर्म होगी, फिर सूख जायेगी। धरती की सतह ने कई ज्वालामुखियों को ढक रखा है. गर्मी बढ़ने से यह फूटने लगेंगे।
स्टडी के अनुसार रिसर्चर एलेक्जेंडर फ़ार्नस्वर्थ ने पृथ्वी को लेकर कहा कि- कार्बन डाई ऑक्साइड के बढ़ने से सांस लेना मुश्किल होगा. जीव तड़प-तड़प कर मरने लगेंगे। बड़ी तादाद में लोग एक साथ मारे जाएंगे। रिसर्चर ने यह भी कहा कि हो सकता है ऐसे में पेंजिया अल्टिमा के दक्षिणी और उत्तरी हिस्सों के किनारे जीने लायक परिस्थितियां बची रहें।
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