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पुत्रदा एकादशी जरूर करें ये उपाय, खुद चलकर आएगी सुख-समृद्धि, वैवाहिक जीवन होगा खुशहाल

हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। पौष माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पौष पुत्रदा एकादशी कहते हैं। इस दिन व्रत और पूजा-पाठ करने से न केवल संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है, बल्कि वैवाहिक जीवन में भी सुख-शांति का संचार होता है।

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remedies on Putrada Ekadashi
  • January 10, 2025 12:18 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 hours ago

नई दिल्ली: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। पौष माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पौष पुत्रदा एकादशी कहते हैं। इस दिन व्रत और पूजा-पाठ करने से न केवल संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है, बल्कि वैवाहिक जीवन में भी सुख-शांति का संचार होता है। पंचांग के अनुसार आज यानी 10 जनवरी को पौष माह की पुत्रदा एकादशी मनाई जा रही है। आइए जानते हैं इस दिन के महत्व और विशेष उपायों के बारे में।

पुत्रदा एकादशी का महत्व

पुत्रदा एकादशी भगवान विष्णु की आराधना के लिए विशेष मानी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु की पूजा करने से निसंतान दंपत्तियों को संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है। इसके साथ ही वैवाहिक जीवन में आने वाले समस्याओं का निवारण होता है और परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है।

पुत्रदा एकादशी के खास उपाय

1. भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करें: सुबह स्नान के बाद भगवान विष्णु का गंगाजल से अभिषेक करें। फिर चंदन, फूल, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें। विष्णु सहस्त्रनाम या “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें।

2. तुलसी के पत्तों का उपयोग: विष्णु जी की पूजा में तुलसी के पत्ते जरूर शामिल करें। मान्यता है कि तुलसी के बिना भगवान विष्णु की पूजा अधूरी मानी जाती है।

3. गरीबों और ब्राह्मणों को दान दें: इस दिन गरीबों और ब्राह्मणों को भोजन, वस्त्र और दक्षिणा दान करें। इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और परिवार में धन-धान्य की वृद्धि होती है।

4. गीता का पाठ करें: इस दिन श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

5. एकादशी व्रत का पालन करें: व्रत के दौरान अन्न का त्याग करें और केवल फलाहार करें। व्रत को पूरी श्रद्धा और निष्ठा के साथ करें।

पुत्रदा एकादशी के अन्य लाभ

पुत्रदा एकादशी पर किए गए उपाय और व्रत केवल संतान प्राप्ति के लिए ही नहीं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में शुभफल देने वाले होते हैं। यह दिन वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने, व्यापार में सफलता प्राप्त करने और शत्रुओं से मुक्ति पाने के लिए भी अत्यंत प्रभावी माना गया है।

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