दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस, आप और भाजपा तीनों हमलावर है. कांग्रेस को लग रहा है कि आप से नजदीकी का मतलब है अपनी जमीन को अरविंद केजरीवाल को मुफ्त में देना. उधर आप चाहती है कि कांग्रेस नरम रुख अपनाये लेकिन कांग्रेस नेता अजय माकन व संदीप दीक्षित किसी भी सूरत में केजरीवाल को बख्शने मूड में नहीं हैं और कांग्रेस की तरफ से बागडोर संभालते हुए संदीप दीक्षित ने केजरीवाल को निकम्मा कह दिया है.
नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर में बढ़ रही सर्दी के बीच सियासत अचानक गरमा गई है. वार-पलटवार भाजपा और आप में नहीं बल्कि कांग्रेस व आप में चल रहा है. कांग्रेस नेता अजय माकन ने अरविंद केजरीवाल को फर्जीवाल और देश विरोधी बताया तो आप ने आसमान को सिर पर उठा लिया और पार्टी से उनके खिलाफ सख्त एक्शन करने की मांग कर डाली.
कांग्रेस ने कोई जवाब नहीं दिया तो उसे इंडिया ब्लॉक से निकलवाने की धमकी दे डाली लेकिन इससे उस पर कोई असर नहीं हुआ. उल्टे संदीप दीक्षित ने केजरीवाल की तुलना निकम्मे बच्चे से कर दी और कहा कि जिस तरह बच्चा रोता है और इधर उधर सहारा ढूंढता है उसी तरह अरविंद केजरीवाल कर रहे हैं. केजरीवाल को रोने की आदत है. इनके हाथ से दिल्ली के साथ पंजाब भी जाएगा, वहां के विधायक टूटने को तैयार बैठे हैं.
आप और उसके प्रमुख दो मोर्चों पर फंस गये हैं, एक तरफ दो घोषणाओं दिल्ली के बुजुर्गों के इलाज के लिए संजीवनी योजना और महिलाओं के लिए महिला सम्मान योजना पर उन्हीं के मातहत अधिकारी विज्ञापन जारी कर बता रहे हैं कि ऐसी कोई योजना अस्तित्व में है ही नहीं. केजरीवाल लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. दूसरी तरफ इंडिया ब्लॉक के सबसे बड़े घटक कांग्रेस और आप आमने सामने है. कांग्रेस नेता अजय माकन ने अरविंद केजरीवाल को फर्जीवाल और देशविरोधी कहा दिया है. कांग्रेस यूथ विंग ने केजरीवाल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी कि वह दिल्लीवालों को गुमराह कर रहे हैं. इसको लेकर आप आग बबूला है और कांग्रेस को इंडिया ब्लॉक से निकलवाने की मुहिम में जुट गई है.
आप ने कांग्रेस से अजय माकन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी. अभी तक कांग्रेस ने कोई एक्शन नहीं लिया है, उल्टे दूसरे नेता और नई दिल्ली से केजरीवाल के खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने उन्हें निकम्मा बता दिया है. संदीप दीक्षित केजरीवाल की नाकामियों और फर्जीवाड़े को लेकर एल जी से भी मिलने गये थे. संदीप दीक्षित ने कहा कि एक तरफ केजरीवाल कहते हैं कि उनकी लड़ाई भाजपा से है और कांग्रेस का कोई जनाधार नहीं है, फिर हमारी बातों से इतना परेशान क्यों हो रहे हैं.
संदीप दीक्षित यहीं नहीं रूके, उन्होने यहां तक कह दिया है कि आप के हाथ से दिल्ली तो जाएगी साथ में पंजाब भी नहीं बचेगा. वहां के विधायक टूटने को तैयार बैठे हैं. उन्होंने यह भी कहा है कि आप के चुनाव खर्च के लिए पंजाब से काला धन आ रहा है. इसकी जांच होनी चाहिए. जिस तरह से कांग्रेंस के नेता हमलावर हैं और यूथ विंग ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है उससे नहीं लगता कि केजरीवाल के आरोपों पर कांग्रेस कुछ करने वाली है. अंदर की खबर है कि कांग्रेस हाईकमान को सारी बातें पता है और उन्हीं चेहरों को आगे किया गया है जो केजरीवाल के खिलाफ बोलते रहे हैं. राजनीति में कुछ भी स्थाई नहीं होता और जो आज अपना है वह कल पराया हो सकता है. दिल्ली चुनाव में भी वही हो रहा है.
Read Also-
दिल्ली में मुख्यमंत्री-मंत्री से क्यों नहीं डरता कोई अधिकारी, ये है बड़ी वजह