यूनुस सरकार के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि इस अग्निकांड को सरकारी दस्तावेजों को नुकसान पहुंचाने के लिए ही अंजाम दिया गया है।
नई दिल्ली। बांग्लादेश की राजधानी ढाका के सचिवालय की एक प्रमुख इमारत में भीषण आग लग गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस अग्निकांड से इमारत में रखे हुए सारे सरकारी दस्तावेज जलकर खाक हो गए हैं। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने इसे बड़ा षड्यंत्र बताया है।
यूनुस सरकार के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि इस अग्निकांड को सरकारी दस्तावेजों को नुकसान पहुंचाने के लिए ही अंजाम दिया गया है। फिलहाल घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित हो गई है।
बांग्लादेश की अग्रिशमन सेवा के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल जाहेद कमाल ने मीडिया से बातचीत में इस अग्निकांड की बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बुधवार की आधी रात सचिवालय के इमारत में तीन जगहों पर एक साथ आग लग गई। आग इतनी ज्यादा भीषण थी कि उसे बुझाने में 6 घंटे लग गए।
बांग्लादेश की मौजूदा हुकूमत के कई लोगों का मानना है कि इस अग्निकांड के पीछे शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग से जुड़े हुए लोगों का हाथ हो सकता है। अंतरिम सरकार के सलाहकार आसिफ महमूद सजीब भुइयां ने कहा कि अग्निकांड में जलने वाले कागजातों में हसीना सरकार के दौरान हुए लाखों डॉलर के भ्रष्टाचार के सबूत थे।
मालूम हो कि बांग्लादेश में कुछ महीने पहले आरक्षण के विरोध में एक देशव्यापी हिंसक आंदोलन हुआ था। यह आंदोलन अपने आखिरी वक्त में इतना ज्यादा उग्र हो गया था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपना पद छोड़कर भारत भागना पड़ा। हसीना अपनी बहन के साथ भारत के गाजियाबाद आ गई थीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह नई दिल्ली में एक सेफ हाउस में रही हैं। उधर बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनूस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन हुआ। यह सरकार फिलहाल देश की बागडोर संभाल रही है।