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क्रिसमस से तौबा करें मुसलमान! मौलाना बोले- चर्च जाना नाजायज मिलेगी सबको सजा

वैसे तो क्रिसमस ईसाइयों का त्योहार है लेकिन इसके जश्न में दुनियाभर के कई धर्मों के लोग शामिल होते हैं। भारत में भी क्रिसमस धूमधाम से मनाया जा रहा। इसी बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती ने क्रिसमस मनाने वाले मुस्लिमों को दोषी बताया है।

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Christmas and Muslims
  • December 25, 2024 11:16 pm Asia/KolkataIST, Updated 24 hours ago

लखनऊ। आज यानी 25 दिसंबर को दुनियाभर में क्रिसमस का त्योहार मनाया जा रहा है। वैसे तो क्रिसमस ईसाइयों का त्योहार है लेकिन इसके जश्न में दुनियाभर के कई धर्मों के लोग शामिल होते हैं। भारत में भी क्रिसमस धूमधाम से मनाया जा रहा। इसी बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती ने क्रिसमस मनाने वाले मुस्लिमों को दोषी बताया है।

इस्लाम का न करें अपमान

क्रिसमस के मौके पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि जो मुस्लिम दूसरे मजहब के त्योहारों में शिरकत करते हैं या चर्च जाते हैं वो इस्लाम का अपमान कर रहे हैं। उन्हें इन चीजों से तौबा करना चाहिए। ऐसे मुसलमान शरीयत के नजर में दोषी हैं। आम दिनों में आप चर्च या मंदिर जाएं लेकिन ऐसे मौके पर जाने से बचे।

क्यों मनाया जाता है क्रिसमस

25 दिसंबर को क्रिसमस मनाने को लेकर ईसाई धर्म में कई कहानियां प्रचलित है। कहा जाता है कि 25 दिसंबर को ही प्रभु यीशु का जन्म हुआ था। बाइबिल में यीशु के जन्म की तारीख अंकित नहीं है लेकिन 25 दिसंबर को रोमन के पहले ईसाई सम्राट ने क्रिसमस मनाया था। तबसे यह मनाया जा रहा है। पोप जुलियस ने इसके बाद से आधिकारिक तौर पर ऐलान किया था कि 25 दिसंबर के दिन ही सभी ईसाई क्रिसमस मनाएंगे।

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