आकाश आनंद ने राहुल और प्रियंका गांधी पर तीखा हमला बोला है. आकाश आनंद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं ने वोट बैंक के लिए अंबेडकर के नाम का इस्तेमाल करना फैशन बना लिया है. इस विवाद के साथ ही उत्तर प्रदेश की राजनीति में अंबेडकर की भूमिका को लेकर भी एक नई बहस छिड़ गई है.
लखनऊ: देश की चल रही राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है. यह विवाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर दिए गए बयान के बाद खड़ा हुआ है. इस बयान के बाद कांग्रेस पार्टी ने देशभर में विरोध प्रदर्शन किया, वहीं मायावती के भतीजे और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद ने राहुल और प्रियंका गांधी पर तीखा हमला बोला है. आकाश आनंद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं ने वोट बैंक के लिए अंबेडकर के नाम का इस्तेमाल करना फैशन बना लिया है.
इस विवाद के साथ ही उत्तर प्रदेश की राजनीति में अंबेडकर की भूमिका को लेकर भी एक नई बहस छिड़ गई है. सोशल मीडिया पर एक तरफ लोग बीएसपी को बीजेपी की बी टीम बता रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ बीएसपी दोनों पार्टियों बीएसपी और बीजेपी पर हमलावर है. आकाश आनंद ने कहा कि करोड़ों दलितों, शोषितों और वंचितों के लिए देवता तुल्य डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम का इस्तेमाल अब एक फैशन बन गया है.
वहीं उन्होंने कहा कि पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में अंबेडकर का अपमान किया, फिर राहुल और प्रियंका गांधी ने हमारी नीली क्रांति को एक फैशन शो बना रख दिया है. इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने अंबेडकर की छवि के साथ भी छेड़छाड़ की.” आकाश आनंद ने यह भी साफ किया कि बहुजन समाज पार्टी का मिशन दलितों, शोषितों और वंचितों के आत्मसम्मान की रक्षा करना है और बसपा यह संघर्ष जारी रखेगी .
उत्तर प्रदेश की राजनीति में अंबेडकर का मुद्दा हमेशा अहम रहा है. बसपा प्रमुख मायावती ने अंबेडकर के विचारों और संघर्ष को अपनी पार्टी की विचारधारा का हिस्सा बनाया है। ऐसे में आकाश आनंद का बयान सीधे तौर पर कांग्रेस और अन्य पार्टियों की राजनीति को चुनौती दे रहा है. इस बयान ने यूपी की राजनीति में नई गरमाहट पैदा कर दी है और यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद आगामी चुनावों पर क्या असर डालता है.
वहीं यह विवाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के 17 दिसंबर को संसद में दिए गए बयान से शुरू हुआ. राजीव गांधी की सरकार में अंबेडकर के इस्तीफे पर चर्चा करते हुए अमित शाह ने कहा था, ”अब ये फैशन हो गया है… अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर. भगवान का इतना नाम लोगे तो सात जन्मों तक स्वर्ग में रहोगे.” यह बयान देते हुए शाह ने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला और कहा कि अब अंबेडकर का नाम जप रहे हैं, लेकिन कांग्रेस नेता बताएं कि अंबेडकर ने इस्तीफा क्यों दिया था नेहरू के मंत्रिमंडल से?
ये भी पढ़ें: योगी आदियनाथ के राज में फिर हुआ एनकाउंटर, खत्म हुई 3 आतंकियों की कहानी!