Advertisement
  • होम
  • Breaking News Ticker
  • परिवार ने स्कूल पर लगाया आरोप, पहले किया बच्चे को टॉर्चर फिर छत से फेंक दिया नीचे

परिवार ने स्कूल पर लगाया आरोप, पहले किया बच्चे को टॉर्चर फिर छत से फेंक दिया नीचे

करौली के गढ़ी बांधवा के रहने वाले 14 साल के छात्र की स्कूल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिवार वालों को जब इस बात का पता चला तब तक स्थिति काफी बिगड़ गई थी। जब उसे इलाज के लिए ले जाया तो रास्ते में उसे दम तोड़ दिया।

Advertisement
The family accused the school of first torturing the child and then throwing him off the roof
  • December 25, 2024 3:27 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 day ago

जयपुर: करौली के गढ़ी बांधवा के रहने वाले 14 साल के छात्र की स्कूल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक का नाम दिलराज था जो सलेमपुर के सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल की सातवीं कक्षा में पढ़ता था। वह स्कूल के ही हॉस्टल में रहता था। वहीं परिवार वालों का आरोप है कि स्कूल में उसे बेहरमी से पीटा गया है। पीटने के बाद उसे छत से नीचे फेंक दिया गया। जिससे उसके शरीर पर गहरी चोट आई है, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने इसकी जानकारी घरवालों को नहीं दी।

इलाज के दौरान दम तोड़ा

परिवार वालों को जब इस बात का पता चला तब तक स्थिति काफी बिगड़ गई थी। जब उसे इलाज के लिए ले जाया तो रास्ते में उसे दम तोड़ दिया। इस मामले में पिता रामवतार का कहना है कि दिलराज का इसी साल इस स्कूल में दाखिला करवाया था। वहीं 2 महीने बाद अक्टूबर में वह आखिरी बार घर आया था। तब उसने कहा था कि स्कूल में उसकी बहुत पिटाई होती है। उसे बुरी तरह से परेशान करते हैं। हालांकि तब दिलराज ने कहा था कि वह अगले साल इस स्कूल में नहीं पढ़ेगा। जैसे तैसे समझा कर उसे वापिस स्कूल भेजा था। हमें क्या पता था कि दिलराज सही सलामत सिर्फ इसी बार ही घर लौटा था। वहीं अगली बार वो नहीं उसकी लाश घर आएगी। दिलराज के ही गांव के रहने वाले भंवर ने बताया कि 13 दिसंबर को दिलराज को स्कूल में टॉर्चर किया गया था।

Rajasthan News

बुरी तरह डरा बच्चा

इसके बाद 16 दिसंबर को दिलराज ने किसी दूसरे बच्चे का फोन लेकर घर पर फोन किया था तब वो काफी डरा हुआ था। रोते हुए उसने बताया था कि उसके साथ मारपीट की गई और उसे गड्ढे में गिरा दिया, जिससे उसको काफी चोट आई है। रोते हुए उसने कहा उसकों बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन उसका इलाज नहीं कराया जा रहा। इतना ही नहीं, जब पिता ने कहा कि वो स्कूल संचालक से बात करेंगे तो दिलराज और डर गया। उसने बोला कि सर से कुछ मत कहना, नहीं तो फिर मारेंगे। बता दें पिता रामवतार का कहना है कि उनके बच्चे को काफी प्रताड़ित किया गया। वहीं उसने प्रताड़ित होने की सूचना घर पर दे दी थी इसलिए उसे टारगेट किया गया। बच्चो को इतना प्रताड़ित किया गया कि उसे मौत के घाट उतार दिया।

ये भी पढ़ें: आखिरकार ऐसा क्या हुआ जो मां ने खुद को लगा ली आग, अपनी बच्ची को भी नहीं बक्शा

Advertisement