Advertisement
  • होम
  • मनोरंजन
  • मशहूर डायरेक्टर श्याम बेनेगल का मुंबई के शिवाजी पार्क में होगा अंतिम संस्कार, PM मोदी ने जताया दुख

मशहूर डायरेक्टर श्याम बेनेगल का मुंबई के शिवाजी पार्क में होगा अंतिम संस्कार, PM मोदी ने जताया दुख

श्याम सुंदर बेनेगल का जन्म 14 दिसंबर 1934 को हैदराबाद में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. फिल्मों की दुनिया में आने से पहले उन्होंने अर्थशास्त्र की पढ़ाई की, लेकिन बाद में उन्होंने फोटोग्राफी शुरू कर दी.

Advertisement
  • December 24, 2024 10:51 am Asia/KolkataIST, Updated 1 day ago

नई दिल्ली: दिग्गज फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल ने सोमवार को अंतिम सांस ली. उन्होंने 90 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है. श्याम लंबे समय से बीमार थे. उनके निधन के बाद अब फिल्मी हस्तियां अपना दुख व्यक्त कर रही हैं. आपको बता दें कि श्याम बेनेगल का अंतिम संस्कार मुंबई के शिवाजी पार्क में होगा.

कब होगा अंतिम संस्कार?

श्याम बेनेगल का अंतिम संस्कार 24 दिसंबर यानी आज दोपहर 2 बजे मुंबई के शिवाजी पार्क में होगा. जहां बॉलीवुड से लेकर राजनीतिक जगत की तमाम हस्तियां उन्हें श्रद्धांजलि देने आएंगी. बताया गया है कि बेनेगल की बेटी पिया ने उनके निधन की पुष्टि की. बेनेगल किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे. मुंबई के वॉकहार्ट अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया.

इस वजह से हुई मौत

बता दें की 90 साल के श्याम बेनेगल ने 9 दिन पहले (14 दिसंबर) को अपना जन्मदिन मनाया था. जानकारी के मुताबिक, उन्हें क्रॉनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) थी. डॉक्टरों के मुताबिक इस बीमारी में किडनी की कार्यक्षमता कम हो जाती है, जिससे शरीर कमजोर होने लगता है. सीकेडी में किडनी खून को ठीक से साफ नहीं कर पाती है, जिसके कारण शरीर में वेस्ट मेटेरियल जमा होने लगते हैं.

PM मोदी ने जताया दुख

श्याम बेनेगल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ”श्याम बेनेगल के निधन से गहरा दुख हुआ. उनकी कहानी कहने का इंडियन सिनेमा पर गहरा प्रभाव पड़ा. उनके काम की विभिन्न क्षेत्रों के लोग प्रशंसा करते रहेंगे. बेनेगल परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं ओम शांति.”

श्याम बेनेगल के बारे में

श्याम सुंदर बेनेगल का जन्म 14 दिसंबर 1934 को हैदराबाद में एक ब्राह्मण फैमिली में हुआ था. फिल्मों की दुनिया में आने से पहले उन्होंने अर्थशास्त्र की पढ़ाई की, लेकिन बाद में उन्होंने फोटोग्राफी शुरू कर दी. बॉलीवुड की दुनिया में उन्हें कला सिनेमा का जनक भी माना जाता है. जब वे बारह वर्ष के थे, तब उन्होंने अपने फोटोग्राफर पिता श्रीधर बी. बेनेगल द्वारा दिए गए कैमरे पर अपनी पहली फिल्म बनाई. हिंदी फिल्म उद्योग की ओर रुख करने से पहले, उन्होंने कई विज्ञापन एजेंसियों के लिए काम किया. श्याम ने ‘अंकुर’ से बॉलीवुड में बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया था. बेनेगल को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फीचर फिल्म के लिए पांच बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उनकी पहली फिल्म ने 43 पुरस्कार जीते।

Also read…

ठंड से तड़पेंगे लोग, 23 ​​राज्यों में बारिश, बर्फबारी और कोहरे का अलर्ट, पढ़ें IMD का लेटेस्ट अपडेट

Advertisement