क्या अमित शाह की आलोचना करना राष्ट्रीय लोक दल के प्रवक्ता को भारी पड़ गया है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी ने अपने सभी राष्ट्रीय प्रवक्ताओं और उत्तर प्रदेश के प्रवक्ताओं को हटा दिया है.
लखनऊ: क्या अमित शाह की आलोचना करना राष्ट्रीय लोक दल के प्रवक्ता को भारी पड़ गया है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी ने अपने सभी राष्ट्रीय प्रवक्ताओं और उत्तर प्रदेश प्रवक्ताओं को क्यों हटाया. रालोद के संगठन महासचिव त्रिलोक त्यागी ने इस संबंध में पत्र जारी किया है. बताया जा रहा है कि जयंत चौधरी के आदेश पर सभी प्रवक्ताओं को उनके पद हटाया गया है.
वहीं अब सबसे पहले ये समझते हैं कि ये मामला अमित शाह से कैसे जुड़ा है. दरअसल, हाल ही में संसद के शीतकालीन सत्र में गृह मंत्री अमित शाह ने अपने विचार रखते हुए अंबेडकर पर टिप्पणी की थी. इस टिप्पणी के बाद कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल जैसी तमाम विपक्षी पार्टियों ने अमित शाह को घेर लिया. विपक्षी दलों ने अमित शाह पर अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया. अब भी कांग्रेस देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अमित शाह पर निशाना साध रही है.
इस मामले में राहुल गांधी, अखिलेश यादव और मायावती काफी आक्रामक नजर आए. हालांकि, इन आरोपों पर बीजेपी और गृह मंत्री अमित शाह ने पलटवार किया है. उनका तर्क है कि कांग्रेस और अन्य पार्टियां गृह मंत्री के बयान की अधूरी क्लिप शेयर कर गलत दावे कर रही हैं. अब आइए समझते हैं कि इस मामले से आरएलडी का क्या कनेक्शन है. बता दें कि बीते दिनों एक प्रवक्ता ने गृहमंत्री अमित शाह के बयान की आलोचना की थी. इसके बाद अब यह फैसला लिया गया है.
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