प्रसिद्ध तबलावादक उस्ताद जाकिर हुसैन का सोमवार सुबह 73 वर्ष की आयु में निधन हो गया। व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो जाकिर हुसैन ने कत्थक डांसर एंटोनिया मिनेकोला से शादी की थी। 70 के दशक में एंटोनिया उनकी मैनेजर थीं।
मुंबई: प्रसिद्ध तबलावादक उस्ताद जाकिर हुसैन का सोमवार सुबह 73 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने 15 दिसंबर की रात अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में अंतिम सांस ली। बता दे जाकिर हुसैन काफी समय से दिल की बीमारी से जूझ रहे थे. वहीं उनके निधन की खबर से संगीत जगत को बड़ा झटका लगा है. लेकिन क्या आप जानते है कि तबला सम्राट जाकिर हुसैन का निजी जीवन कैसा रहा है और वो विदेशी प्यार में ऐसे पड़ें कि उन्हें शादी कर घर ले आए.
जाकिर हुसैन को तबला बजाने का हुनर अपने पिता अल्लारक्खा कुरैशी से विरासत में मिला था, जो खुद एक जाने-माने तबलावादक थे। जाकिर ने मात्र तीन वर्ष की उम्र में तबला बजाना शुरू कर दिया था। 9 मार्च 1951 को जन्मे जाकिर हुसैन ने अपने करियर में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं और भारतीय शास्त्रीय संगीत को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाई।
जाकिर हुसैन को तीन ग्रैमी पुरस्कार, पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण जैसे प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त हुए। वह 1988 में सबसे कम उम्र में पद्मश्री से सम्मानित किए गए थे। 1990 में उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार मिला और 1992 में उनके को-क्रिएटेड एल्बम “प्लैनेट ड्रम” को ग्रैमी अवॉर्ड से नवाजा गया। हाल ही में, 2024 में भी उनके बैंड को ग्रैमी पुरस्कार मिला था।
जाकिर हुसैन की कला से प्रभावित होकर पंडित रविशंकर ने उन्हें “उस्ताद” की उपाधि दी थी। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई और तबला को संगीत के मंच पर एक खास स्थान दिलाया।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो जाकिर हुसैन ने कत्थक डांसर एंटोनिया मिनेकोला से शादी की थी। 70 के दशक में एंटोनिया उनकी मैनेजर थीं। उनके दो बेटियां अनीसा और इसाबेला हैं। अनीसा फिल्ममेकर हैं, जबकि इसाबेला ने मैनहैटन से डांस की पढ़ाई की है। उनकी एक बेटी अनीसा कुरैशी और इसाबेली कुरैशी हैं. अनीसा कुरैशी ने यूसीएलए से पढ़ाई की है और वो फिल्ममेकर हैं. वहीं उनकी दूसरी बेटी इसाबेला मैनहैटन से डांस की पढ़ाई कर रही हैं. बता दें उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन के बाद सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि संदेशों का सिलसिला जारी है। उनके योगदान को याद करते हुए हर कोई उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं जता रहा है।
ये भी पढ़ें: तबले की आवाज से बनाई खास पहचान, जानें अपने पीछे कितनी दौलत छोड़ गए जाकिर हुसैन?