डोमराजू गुकेश ने 18 साल की उम्र में इतिहास रचते हुए दुनिया के सबसे युवा शतरंज चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया है। इस उपलब्धि के लिए गुकेश ने खेल प्रदर्शन विशेषज्ञ पैडी अप्टन की मदद ली, तो आइये जानते है कौन हैं पैडी अप्टन ?
नई दिल्ली : डोमराजू गुकेश ने 18 साल की उम्र में इतिहास रचते हुए दुनिया के सबसे युवा शतरंज चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया है। उन्होंने एक रोमांचक मुकाबले में मौजूदा चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को हराया। यह जीत 14 बाजियों के लंबे संघर्ष के बाद आई, जिसमें गुकेश ने काले मोहरों से खेलते हुए निर्णायक बाजी अपने नाम की इस उपलब्धि के लिए गुकेश ने खेल प्रदर्शन विशेषज्ञ पैडी अप्टन की मदद ली। अप्टन, जो पहले 2011 में भारतीय क्रिकेट टीम और हाल ही में ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के साथ काम कर चुके हैं, पिछले चार महीनों से गुकेश के साथ काम कर रहे थे। अप्टन का मानना है कि महत्वपूर्ण मौकों पर मानसिक मजबूती और तैयारियां सफलता में अहम भूमिका निभाती हैं।
गुकेश का अप्टन से परिचय संदीप सिंघल ने कराया था, जो विश्वनाथन आनंद के साथ वेस्टब्रिज आनंद शतरंज अकादमी के सह-संस्थापक हैं। अप्टन का योगदान गुकेश को मानसिक रूप से मजबूत बनाने और बड़े क्षणों के लिए तैयार करने में था। अप्टन कहते हैं, “जब प्रदर्शन का समय आता है, तो मानसिक तैयारी तीर को लक्ष्य तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाती है।”
गुकेश ने कम उम्र में ही कई बड़े रिकॉर्ड बनाए हैं। वह भारत के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बनने के साथ-साथ दुनिया के सबसे युवा कैंडिडेट्स टूर्नामेंट विजेता भी हैं। उन्होंने विश्व रैंकिंग में शीर्ष भारतीय खिलाड़ी के रूप में विश्वनाथन आनंद के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। लेकिन सिंगापुर में विश्व खिताब जीतना उनकी अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
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