महिला ने असम के एक गांव में सलवार कमीज पहनी तो पंचायत ने उस पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया। इतना ही नहीं महिला को पंचायत ने परिवार समेत समाज से बहिष्कृत कर दिया। इस मामले में महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
नई दिल्ली: महिला ने असम के एक गांव में सलवार कमीज पहनी तो पंचायत ने उस पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया। इतना ही नहीं महिला को पंचायत ने परिवार समेत समाज से बहिष्कृत कर दिया। इस मामले में महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला असम के मंगलदाई जिले के सिपाझार राजस्व क्षेत्र के गोंगाजानी कुवोरी गांव का बताया जा रहा है। महिला की पहचान मेघाली दास के रूप में हुई है। महिला ने बुधवार को पुलिस और सिविल अधिकारियों को शिकायत देकर कहा कि उसने सलवार कमीज पहना तो गांव के लोगों को यह नागवार गुजरा। ग्रामीणों ने पंचायत बुलाकर उस पर 5000 रुपए का जुर्माना लगाया और उसे परिवार समेत समाज से बहिष्कृत कर दिया। अधिकारियों ने बुधवार को इस संबंध में जानकारी दी। महिला ने कहा कि मैं मेखला-सादोर (पारंपरिक असमिया पोशाक) या साड़ी की बजाय सलवार पहनना पसंद करती हूं।” मुझे बाजार से सामान लाना होता है। मुझे सलवार कमीज पहनने के कारण समाज से बहिष्कृत कर दिया गया है।
महिला ने आगे कहा कि उसके सलवार-कमीज पहनने पर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई। स्थानीय मंदिर परिसर में रविवार को पंचायत बुलाकर जुर्माना लगाया गया। महिला ने कहा, “मुझे और मेरे परिवार के लोगों को गांव के दूसरे लोगों के घर जाने की अनुमति नहीं है। मेरे तीन बच्चों से कहा गया है कि वह गांव में किसी भी दुकानों पर नहीं जाएंगे। गांव के लोगों ने अपने बच्चों से कहा है कि स्कूल में मेरे बच्चों से बात नहीं करें।
महिला गांव के लोगों द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद भी सलवार-कमीज पहन रही है। महिला का कहना है कि-यह पहनावा उसके काम के लिए सुविधाजनक है। दूसरी ओर गांव के लोगों ने इस बात को स्वीकार किया कि सलवार कमीज और जिंस पहनने के चलते उन्होंने महिला और उसके परिवार का बहिष्कार किया और उस पर जुर्माना लगाया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि महिला कई तरह के गैरकानूनी गतिविधियों में भी शामिल है। वह नकली सोना और अवैध रूप से शराब बेचती है।
Also Read…
व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और फेसबुक का सर्वर डाउन, दुनियाभर में घंटों परेशान रहे META यूजर