सीरिया में बहुत सारे भारतीय भी फंसे हुए हैं. इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने सीरिया में मौजूद भारतीयों की स्थिति को लेकर एक बयान जारी किया है.
नई दिल्ली: सीरिया में असद सरकार के खात्मे के बाद अब विद्रोहियों का राज स्थापित हो गया है. फिलहाल पूरे देश में उथल पुथल मची हुई है. इस बीच लोगों का सीरिया छोड़ना जारी है. एयरपोर्ट में लंबी लंबी कतारें लगी हुई हैं.
सीरिया में बहुत सारे भारतीय भी फंसे हुए हैं. इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने सीरिया में मौजूद भारतीयों की स्थिति को लेकर एक बयान जारी किया है.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि सीरिया में मौजूद हमारा दूतावास भारत के सभी नागरिकों के संपर्क में है. हम उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित कर रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय दूतावास ने सीरिया में मौजूद भारतीय समुदाय के लोगों से संपर्क बनाए हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीरिया लगभग-लगभग विद्रोहियों के हाथ में जा चुका है. राजधानी दमिश्क के साथ ही सीरिया के चार बड़े शहर-अलेप्पो, हमा, दारा और होम्स विद्रोहियों के कब्जे हैं. इसके अलावा बाकी अन्य शहरों के भी जल्द ही विद्रोहियों के कब्जे में आने की संभावना है. हालांकि, अभी कुछ हिस्सों में सेना ने अपना कब्जा बनाया हुआ है.
बता दें कि राष्ट्रपति असद के बारे में संभावना जताई जा रही है कि वह सीरिया छोड़कर रूस जा चुके हैं. हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं है लेकिन रूस के साथ असद के करीबी रिश्ते को देखते हुए यह दावा किया जा रहा है कि वह वहीं गए होंगे. मालूम हो कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और असद की अच्छी दोस्ती है.
वहीं, सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल जलाली ने एक वीडिया जारी कर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि वह विद्रोहियों को सत्ता सौंपने के लिए तैयार हैं. पीएम गाजी ने कहा कि उनका देश को छोड़कर जाने का कोई इरादा नहीं है. वह सीरिया में ही रहेंगे और जनता जिसे चुनेगी, उसके साथ मिलकर भविष्य में काम करेंगे.