उनकी जिद थी कि जब तक उन्हें सफलता नहीं मिल जाती वह यहां से नहीं जाएंगी और उन्होंने इस बात को सच साबित कर दिखाया है.
नई दिल्ली: अगर किसी में अपने सपनों को उड़ान देने का जुनून हो तो वह कभी खत्म नहीं होता कभी न कभी वह हासिल कर लेता है. वैसे ही बिहार के सीतामढ़ी की बेटी ने शादी के 17 साल बाद पांचवें प्रयास में बीपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है. उनकी जिद थी कि जब तक उन्हें सफलता नहीं मिल जाती वह यहां से नहीं जाएंगी और उन्होंने इस बात को सच साबित कर दिखाया है. वैसे भी सीतामढ़ी की धरती प्रतिभा के लिए मशहूर है. यहां के कई बेटे-बेटियों ने विभिन्न क्षेत्रों में सफलता हासिल कर देश-दुनिया में अपना परचम लहराया है. उनकी सफलता की कहानी सुनकर खान सर भी हैरान रह गए.
बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग 69TH द्वारा घोषित परीक्षा परिणाम में शिवहर निवासी सुरेश सिंह और सीतामढ़ी की आंगनवाड़ी सेविका शीला देवी की बेटी और बहू ज्योत्सना प्रिया ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. ज्योत्सना ने बीपीएससी में 262वीं रैंक लाकर जिले का मान बढ़ाया है. अब वह राजस्व अधिकारी बन गई हैं. ज्योत्सना की शादी 17 साल पहले हुई थी. 2007 में उनकी शादी सीतामढी के सहियारा में हुई. पति प्रवीण सिंह सॉफ्टवेयर इंजीनियर होने के साथ-साथ दवा कारोबारी भी हैं. ज्योत्सना प्रिया के 3 बच्चे हैं, जिनमें सबसे बड़ी बेटी 15 साल की है. ज्योत्सना प्रिया ने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से एक गृहिणी, परिवार और बच्चों की जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाकर एक अद्भुत उपलब्धि हासिल की है, जो निस्संदेह सराहनीय है. वह हजारों लोगों, विशेषकर महिलाओं के लिए एक महान प्रेरणा और उदाहरण साबित हुई हैं.
ज्योत्सना ने खान सर से बात करते हुए बताया की इंटर के बाद उनकी शादी हो गई. लंबे अंतराल के बाद उन्होंने 2018 में सीतामढ़ी से स्नातक की पढ़ाई पूरी की. शादी, बच्चे होने के बाद वह परिवार की देखभाल करने लगीं लेकिन पढ़ाई के प्रति उनका जुनून कम नहीं हुआ. उन्होनें बताया की मैंने यूट्यूब से पढाई की थी. समाज में कुछ लोगों ने मुझे ताना भी मारा कि मैं टाइम पास कर रही हूं लेकिन मैंने काम जारी रखा. मेरे पति ने मेरा बहुत साथ दिया. मैं बार-बार असफल होने के बावजूद मैंने हिम्मत नहीं हारी.’ पांच बार पीटी परीक्षा देने और दो बार मेन्स परीक्षा देने के बावजूद, आखिरकार 2024 में पांचवां प्रयास सफल रहा और मैंने बीपीएससी में सफलता हासिल की. जब मैंने अपने पति को फोन किया और बताया कि मैं राजस्व अधिकारी बन गयी हूं तो वो काफी खुश हो गए.
Also read…