मालूम हो कि 2 दिसंबर को त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के बांग्लादेशी हाई कमीशन में कथित तोड़-फोड़ गई थी. इसके अलावा कोलकाता में भी डिप्टी हाई कमीशन के बाहर भी लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था.
नई दिल्ली: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे हमलों को रोक पाने में नाकाम मोहम्मद युनूस सरकार अब भारत से खुन्नस निकालने में लग गई है. युनूस सरकार ने कोलकाता और त्रिपुरा के अपने 2 डिप्लोमैट्स को वापस ढाका बुला लिया है.
मालूम हो कि 2 दिसंबर को त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के बांग्लादेशी हाई कमीशन में कथित तोड़-फोड़ गई थी. इसके अलावा कोलकाता में भी डिप्टी हाई कमीशन के बाहर भी लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था. जिसके बाद अब बांग्लादेशी सरकार ने अपने डिप्लोमैट्स को वापस बुला लिया है.
बता दें कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हमले जारी हैं. इस बीच भारत में मांग उठ रही है कि सरकार बांग्लादेश में सेना भेजकर वहां के हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित कराए. पिछले दिनों पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बांग्लादेश मामले में सीधा दखल देने की अपील की थी.
ममता ने पश्चिम बंगाल विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हमारे परिवार के लोग रहते हैं, वहां पर हमारे करीबी लोगों की संपत्तियां हैं. मुख्यमंत्री ममता ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की रक्षा करने के लिए भारत सरकार जो भी रुख अपनाएगी, हम उसके साथ हैं. ममता ने कहा कि धार्मिक आधार पर अत्याचार कहीं भी हो, हम उसके हमेशा खिलाफ रहते हैं.
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