कानपुर से ऑनलाइन धोखाधड़ी का सामने आया है, पीड़ित व्यक्ति अपने परपोते के लिए पैन कार्ड बनवाने के लिए ऑनलाइन सर्च कर रहा था। सर्च के दौरान उसे एक कथित कस्टमर केयर नंबर मिला। असली कस्टमर केयर समझकर पीड़ित ने सभी डिटेल्स शेयर कर दी।
नई दिल्ली: डिजिटल इंडस्ट्री में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ताजा मामला कानपुर से सामने आया है, जहां एक शख्स ने अपने परपोते का पैन कार्ड बनवाने के ऑनलाइन अप्लाई किया। लेकिन एक फर्जी कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करने के कारण शख्स लगभग 8 लाख रुपये का चूना लग गया और वो धोखाधड़ी का शिकार हो गया.
पीड़ित व्यक्ति अपने परपोते के लिए पैन कार्ड बनवाने के लिए ऑनलाइन सर्च कर रहा था। सर्च के दौरान उसे एक कथित कस्टमर केयर नंबर मिला। फोन करने पर कॉल रिसीव करने वाले व्यक्ति ने आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक अकाउंट की डिटेल मांगी। असली कस्टमर केयर समझकर पीड़ित ने सभी डिटेल्स शेयर कर दी। इसके बाद स्कैमर्स ने पीड़ित के बैंक खातों से दो बार में 1,40,071 रुपये और 6,30,071 रुपये ट्रांसफर कर लिए। कुल 7.7 लाख रुपये की धोखाधड़ी का एहसास होने पर पीड़ित ने तुरंत साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई।
1. किसी भी हेल्पलाइन नंबर की सत्यता जांचने के लिए ऑफिशियल वेबसाइट का इस्तेमाल करें।
2. पैन कार्ड सेवाओं के लिए केवल NSDL या UTIITSL जैसे सरकारी पोर्टल का उपयोग करें।
3. अपनी आधार, पैन या बैंक डिटेल्स कभी किसी से साझा न करें।
4. कस्टमर सपोर्ट का दावा करने वाले अज्ञात कॉल्स और मैसेज से सतर्क रहें।
5. ओटीपी, पासवर्ड, पिन और CVV जैसी जानकारी गोपनीय रखें।
6. साइबर अपराध की आशंका होने पर cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
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