पुणे में सच हुआ फिल्मी सीन, फोन पर डॉक्टर की मदद से पुलिसकर्मयों ने 10 मिनट में कराई डिलीवरी

अस्पताल ले जाते महिला राजश्री माधव वाघमारे की हालत गंभीर हो गई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दोनों पुलिसकर्मी महिला को पास के शेड में ले गए और डॉक्टर की सलाह पर उसकी डिलीवरी कराई।

Advertisement
पुणे में सच हुआ फिल्मी सीन, फोन पर डॉक्टर की मदद से पुलिसकर्मयों ने 10 मिनट में कराई डिलीवरी

Neha Singh

  • December 4, 2024 12:47 pm Asia/KolkataIST, Updated 18 hours ago

मुंबईः आपने आमिर खान की ऑल इज वेल फिल्म तो जरूर देखी होगी। आमिर खान सिर्फ फोन पर बात करके डिलीवरी कर देते हैं। यही फिल्मी सीन महाराष्ट्र के पुणे में सच हो गया। रविवार को वाकड नाका पर तैनात दो महिला पुलिसकर्मियों नीलम चव्हाण और रेशमा शेख ने एक महिला की डिलीवरी कराने में मदद की।

फोन पर ली डॉक्टर की मदद

महाराष्ट्र के पुणे में रविवार दोपहर राजश्री माधव वाघमारे नाम की महिला को लेबर पेन शुरू हुआ, जब वह औंध अस्पताल जा रही थी। रास्ते में वाकड नाका पर उसे तेज दर्द होने लगा, जिसके कारण वह अस्पताल नहीं पहुंच पाई। वाकड नाका पर तैनात दो महिला पुलिसकर्मियों नीलम विजय चव्हाण और रेशमा नजीर शेख ने तड़पती महिला को देखा और उसे शेड के शेड में ले गईं। इसके बाद महिला पुलिसकर्मियों ने तुरंत 108 पर कॉल किया और एंबुलेंस को बुलाया, लेकिन दर्द के कारण महिला की हालत और भी गंभीर हो गई।

इस दौरान पुलिसकर्मियों को लगा कि महिला की डिलीवरी कभी भी हो सकती है। इसलिए उन्होंने महिला को पास के शेड में शिफ्ट किया और फोन पर डॉक्टर की मदद से डिलीवरी की प्रक्रिया शुरू की। इस काम के लिए दोनों महिला पुलिसकर्मियों की हर जगह तारीफ हो रही है।

10 मिनट में कराई डिलीवरी

10 मिनट में राजश्री ने बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद महिला और बच्ची को अस्पताल भेजा गया। महिला पुलिसकर्मियों की सूझबूझ और तत्परता के कारण महिला और बच्चे की जान बच गई। दोनों महिला पुलिसकर्मी हिंजवडी ट्रैफिक ब्रांच में कार्यरत हैं। बताया जा रहा है कि अस्पताल में इलाज के बाद मां और उसका बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं।

ये भी पढ़ेंः- फडणवीस ही बनेंगे महाराष्ट्र के CM, भाजपा विधायक दल की बैठक में लगी मुहर

अमृतसर के गोल्डन टेंपल में सुखबीर सिंह बादल पर हमला, दनादन चली गोलियां

Advertisement