मोहम्मद सिराज ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले अपनी खराब फॉर्म से संघर्ष कर रहे थे। हालांकि, पर्थ में उन्होंने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया और पांच विकेट हासिल किए।
नई दिल्ली : पिछले कुछ समय से मोहम्मद सिराज विकेट लेने के लिए संघर्ष कर रहे थे। ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले करीब एक साल तक टेस्ट क्रिकेट में उनकी लय में गिरावट आई थी, और न्यूजीलैंड सीरीज के दौरान तो उन्हें टीम से बाहर भी कर दिया गया था। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया में सिराज ने अपनी वापसी से सबको प्रभावित किया और उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन किया।ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट में सिराज ने पांच विकेट चटकाए और एक बार फिर से अपनी कड़ी मेहनत का फल पाया। अब उन्होंने अपनी सफलता और शानदार वापसी का राज बताया है। सिराज ने कहा कि पहले टेस्ट से पहले कार्यवाहक कप्तान और दुनिया के नंबर एक गेंदबाज जसप्रीत बुमराह से की गई बातचीत ने उन्हें काफी मदद की। इसके साथ ही उन्होंने नए बॉलिंग कोच मोर्ने मोर्कल का भी शुक्रिया अदा किया।
सिराज ने प्रधानमंत्री एकादश के खिलाफ अभ्यास मैच में भारत की जीत के बाद कहा, “मैं हमेशा जसप्रीत बुमराह से अपनी गेंदबाजी के बारे में बात करता हूं। पहले टेस्ट से पहले भी मैंने उनसे गेंदबाजी को लेकर चर्चा की थी। उन्होंने मुझसे कहा था कि विकेट लेने की जल्दबाजी मत करो, बस लगातार एक जगह गेंदबाजी करो और खेल का मजा लो। अगर विकेट नहीं मिले तो फिर मुझसे बात करना।”सिराज ने यह भी बताया कि मोर्ने मोर्कल से उनकी क्या बातें हुईं। उन्होंने कहा, “मोरने मोर्कल मुझसे हमेशा कहते थे कि तुम एक योद्धा हो और तुम हमें विकेट दिलाओगे, लेकिन तुम्हें अपनी गेंदबाजी का आनंद लेना चाहिए। इसी सोच के साथ मैंने गेंदबाजी की और विकेट भी मिले।”
इसके अलावा, सिराज ने भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण से भी अपनी गेंदबाजी पर चर्चा की। उन्होंने कहा, “भरत सर से भी मैंने अपनी गेंदबाजी पर बात की क्योंकि वह मुझे लंबे समय से जानते हैं। उन्होंने भी मुझे यही सलाह दी कि मैं अपनी गेंदबाजी का आनंद लूं और विकेट के लिए जल्दबाजी ना करूं।”
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