डॉक्टर शेखर बंदोपाध्याय के क्लीनिक में लगे तिरंगे के साथ एक मैसेज भी लिखा है. इस मैसेज में लिखा है कि तिरंगा झंडा हमारी मां की तरह है. कृपया एंट्री करने से पहले तिरंगे को सलाम जरूर करें. खासकर बांग्लादेश से आने वाले मरीज
सिलीगुड़ी/कोलकाता/नई दिल्ली: पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार से देश में गुस्से का माहौल है. इस बीच पश्चिम बंगाल के कई डॉक्टरों ने बांग्लादेशी मरीजों का इलाज करने से साफ इनकार कर दिया है. सिलीगुड़ी के डॉक्टर शेखर बंदोपाध्याय ने तो अपने क्लीनिक में तिरंगा झंडा लगा दिया है. उनका कहना है कि क्लीनिक में एंट्री करने से पहले तिरंगे को सलाम करो.
डॉक्टर शेखर बंदोपाध्याय के क्लीनिक में लगे तिरंगे के साथ एक मैसेज भी लिखा है. इस मैसेज में लिखा है कि तिरंगा झंडा हमारी मां की तरह है. कृपया एंट्री करने से पहले तिरंगे को सलाम जरूर करें. खासकर बांग्लादेश से आने वाले मरीज. अगर वे सलाम नहीं करते हैं तो फिर उन्हें अंदर नहीं आने दिया जाएगा.
मीडिया से बात करते हुए डॉक्टर शेखर बंदोपाध्याय ने कहा कि उन्हें बांग्लादेश में तिरेंग झंडे का अपमान होने से काफई दुख है. उन्होंने कहा कि मैं एक डॉक्टर के तौर पर किसी भी मरीज का इलाज करने से इनकार नहीं कर रहा हूं. लेकिन जो भी लोग मेरे देश में इलाज कराने के लिए आते हैं, उन्हें हमारे झंडे का सम्मान करना होगा. डॉक्टर शेखर कहते हैं कि बांग्लादेश के मौजूदा हालात को देखकर लगता है कि जैसे वो तालिबान वाली मानसिकता में चला गया है.
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