भारत में शादी का सीजन जोरों पर है और इस सीजन में भी लाखों जोड़े शादी के बंधन में बंधने वाले हैं। वेडिंग फर्म की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में औसतन एक शादी का खर्च 36.5 लाख रुपये तक पहुंच गया है.
नई दिल्ली: भारत में शादी का सीजन जोरों पर है और इस सीजन में भी लाखों जोड़े शादी के बंधन में बंधने वाले हैं। इस बीच कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के मुताबिक, नवंबर से लेकर दिसंबर में ही देश में करीब 48 लाख शादियां होने की संभावना है. वहीं क्या आप जानते है कि इन शादियों में कितने पैसे ख़र्च होने वाले है.
वेडिंग फर्म की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में औसतन एक शादी का खर्च 36.5 लाख रुपये तक पहुंच गया है, जो पिछले साल की तुलना में 7% अधिक है। इतना ही नहीं डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए यह बजट और भी ज्यादा बढ़कर 51 लाख रुपये हो गया है। शादी के खर्च में वृद्धि का मुख्य कारण आयोजन की लागत में सालाना 10% की बढ़ोतरी है। वेन्यू, केटरिंग और वेडिंग प्लानर्स जैसे कारकों पर अधिक धन खर्च किया जा रहा है। इसके साथ ही, लोग अब शादी को भव्य और शाही बनाने के लिए इवेंट मैनेजमेंट एजेंसियों की मदद ले रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, 3500 कपल्स के सर्वे में पाया गया कि 9% जोड़ों ने अपनी शादी पर 1 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किया। वहीं 40% कपल्स ने 15 लाख रुपये से कम खर्च किया। 50 लाख रुपये तक खर्च करने वाले जोड़ों की संख्या भी बढ़ रही है। इसके अलावा 82% कपल्स ने शादी का खर्च निजी और पारिवारिक बचत से पूरा किया, जबकि 12% ने लोन लिया। 6% लोगों ने अपने संपत्ति को बेचकर शादी की फंडिंग की। कुल मिलाकर शादियों पर 6 लाख करोड़ रुपये तक खर्च किया जा रहा है, जो की बेहद ही हैरान करने वाला है. इससे पता चलता है कि लोगों के लाइफस्टाइल में कितना बदलाव जो रहा है. इसके साथ ही सभी ट्रेंड का हिस्सा बनना चाहते है.
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