सोशल मीडिया ने आम जनजीवन को बहुत हद तक प्रभावित किया है। खासकर छोटे-छोटे बच्चें पूरे दिन सोशल मीडिया पर समय बिता रहे हैं। इसका असर न सिर्फ उनके पढ़ाई पर बल्कि मानसिक हेल्थ पर भी पड़ रहा है।
नई दिल्ली। सोशल मीडिया ने आम जनजीवन को बहुत हद तक प्रभावित किया है। खासकर छोटे-छोटे बच्चें पूरे दिन सोशल मीडिया पर समय बिता रहे हैं। इसका असर न सिर्फ उनके पढ़ाई पर बल्कि मानसिक हेल्थ पर भी पड़ रहा है। इन सबको ध्यान में रखते हुए ऑस्ट्रेलिया में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया बैन कर दिया गया है। बिल संसद से पारित हो गया है और ऐसा करने वाला ऑस्ट्रेलिया दुनिया का पहला देश बन गया है। इस बिल को लेकर ITV नेटवर्क के सर्वे में भारतीय पैरेंट्स ने भी कई अहम बातें कही।
1- क्या ऑस्ट्रेलिया की तरह भारत में भी बच्चों के लिए सोशल मीडिया बैन करना चाहिए ?
हां-83 %
नहीं-16 %
कह नहीं सकते-1 %
2- क्या नाबालिगों को हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से दूर रखना चाहिए
हां-92 %
नहीं-8 %
कह नहीं सकते-0 %
3- क्या सोशल मीडिया पर बच्चों के एक्टिव रहने से पढ़ाई पर फर्क पड़ता है ?
हां-91 %
नहीं-9 %
कह नहीं सकते-0 %
4- क्या सोशल मीडिया से बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास पर प्रभाव पड़ता है ?
हां-91 %
नहीं-8 %
कह नहीं सकते-1 %
5- क्या बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखने पर उन्हें नुकसान होगा ?
हां-31 %
नहीं -66 %
कह नहीं सकते-3 %
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