राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय है. नाडा भारत में डोपिंग रोधी कार्यक्रम को लागू करता है और पूरे देश में स्वच्छ खेल प्रथाओं को बढ़ावा देने की दिशा में काम करता है.
नई दिल्ली: पहलवान बजरंग पुनिया पर चार साल का प्रतिबंध लगाया गया है. ये फैसला इसलिए लिया गया, क्योंकि पुनिया ने यूरिन सैंपल देने से मना कर दिया था. नेशनल एंटी-डोपिंग एजेंसी यानि नाडा ने टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता पर एंटी-डोपिंग अनुशासनात्मक पैनल के द्वारा अपने नियम 2.3 का उल्लंघन करने का दोषी पाए जाने के बाद उनपर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया है.
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय है. नाडा भारत में डोपिंग रोधी कार्यक्रम को लागू करता है और पूरे देश में स्वच्छ खेल प्रथाओं को बढ़ावा देने की दिशा में काम करता है.
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी यानी NADA किसी भी एथलीट पर प्रतिबंध तब लगाती है जब वह वर्ल्ड एंटी-डोपिंग एजेंसी यानी कि (WADA) की सूची में मौजूद प्रतिबंधित पदार्थों का उपयोग करते हुए अगर कोई खिलाड़ी पकड़ा जाता है.
डोपिंग टेस्ट: एथलीटों के खून या मूत्र के नमूने प्रतियोगिता से पहले लिया जाता है.
पॉजिटिव रिपोर्ट: यदि किसी खिलाड़ी के नमूने में प्रतिबंधित पदार्थ पाया जाता है, तो NADA एथलीट को एक नोटिस भेजता है और खिलाड़ी पर अस्थायी निलंबन लगाता है.
सुनवाई: NADA की अनुशासनात्मक पैनल के सामने मामले को पेश किया जाता है. जहां पर खिलाड़ी को अपना पक्ष रखने का मौका मिलता है.
निर्णय और प्रतिबंध : यदि सुनवाई के दौरान एथलीट दोषी पाया जाता है तब पैनल खिलाड़ी पर प्रतिबंध की अवधि तय करता है. यह प्रतिबंध 1 से 4 साल या आजीवन भी हो सकता है. ये प्रतिबंध का समय इस बात पर निर्भर करता है कि खिलाड़ी ने कौन सा पदार्थ लिया है और उल्लंघन की गंभीरता कितनी है.
भारत के कई प्रमुख खिलाड़ियों पर डोपिंग के मामले में प्रतिबंध लगाए गए है.
दीपा करमाकर
दीपा करमाकर जिम्नास्टिक की फेमस खिलाड़ी है उन पर अंतरराष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी (आईटीए) ने डोपिंग टेस्ट में हाइजेन माइन जो wada के द्वारा प्रतिबंधित पदार्थ है उसको लेने के वजह से उन पर 21 महीने का प्रतिबंध लगा था.
ऐश्वर्या बाबू
भारत की धारक ट्रिपल जंपर ऐश्वर्या बाबू पर नाडा ने प्रतिबंधित एनाबोलिक स्टेरॉयड का सेवन करने के कारण चार साल का प्रतिबंध लगाया था.
कमलप्रीत कौर
टोक्यो ओलंपिक में अपने प्रदर्शन से प्रभावित करने वाली भारत की शीर्ष डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर पर प्रतिबंधित पदार्थ स्टेनोजोलोल का सेवन करने के वजह से उनपर नाडा ने तीन साल का प्रतिबंध लगाया था.
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