कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी लोकसभा सदस्य बन गई हैं. उन्होंने गुरुवार को सदन की सदस्यता की शपथ ली. इस दौरान उनके हाथ में प्रतीकात्मक रूप से संविधान की लाल किताब थी। उनके हाव-भाव से साफ है कि वह भाई राहुल गांधी की तर्ज पर लोकसभा में अपनी भूमिका निभाएंगी. प्रियंका गांधी केरल की वायनाड सीट से उपचुनाव में चुनी गई हैं. राहुल गांधी इस सीट से चुने गए थे लेकिन दो सीटों से चुनाव जीतने के कारण उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी. इसके बाद वहां हुए उपचुनाव में प्रियंका गांधी सदन में पहुंचीं.
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी लोकसभा सदस्य बन गई हैं. उन्होंने गुरुवार को सदन की सदस्यता की शपथ ली. इस दौरान उनके हाथ में प्रतीकात्मक रूप से संविधान की लाल किताब थी। उनके हाव-भाव से साफ है कि वह भाई राहुल गांधी की तर्ज पर लोकसभा में अपनी भूमिका निभाएंगी. प्रियंका गांधी केरल की वायनाड सीट से उपचुनाव में चुनी गई हैं.
राहुल गांधी इस सीट से चुने गए थे लेकिन दो सीटों से चुनाव जीतने के कारण उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी. इसके बाद वहां हुए उपचुनाव में प्रियंका गांधी सदन में पहुंचीं. प्रियंका गांधी लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी की स्टार प्रचारक और महासचिव रही हैं लेकिन अब वह संसदीय राजनीति में उतर चुकी हैं। वह कांग्रेस की रणनीतिक टीम का हिस्सा हैं. उनके सदन में आने से विपक्ष को ताकत मिलने की उम्मीद है. लोकसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस पार्टी और इंडिया अलायंस संविधान पर खतरे को मुद्दा बना रहे हैं. इसका कुछ हद तक उन्हें लोकसभा चुनाव में फायदा भी मिला. लेकिन उसके बाद से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की किस्मत पूरी तरह से डूब गई है.
इसके बावजूद राहुल गांधी संविधान पर खतरे को मुद्दा बना रहे हैं. खैर, जिस तरह से प्रियंका गांधी ने अपने लोकसभा करियर के पहले दिन भाई राहुल गांधी के मुद्दे का समर्थन किया, उससे लगता है कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को भविष्य में और उठाएगी। शपथ लेने के तुरंत बाद जब प्रियंका अपनी सीट की ओर बढ़ रही थीं तो उन्होंने भाई राहुल गांधी का अभिवादन किया. वहीं उसके बाद भाई-बहन ने हाथ जोड़कर एक दूसरे का अभिवादन स्वीकार किया. प्रियंका के साथ एक और कांग्रेस सांसद रवींद्र चव्हाण ने शपथ ली. चव्हाण ने महाराष्ट्र की नांदेड़ सीट से उपचुनाव जीता है।
कांग्रेस इस वक्त बेहद खराब स्थिति से गुजर रही है. ऐसे में प्रियंका की लोकसभा में एंट्री से कांग्रेस की आवाज सदन के भीतर और मुखर हो जाएगी. वह एक अच्छी वक्ता हैं. कांग्रेस कार्यकर्ता भी उनसे काफी जुड़ाव महसूस करते हैं. ऐसे में अब देखना होगा कि वह भविष्य में सदन के भीतर क्या भूमिका निभाती हैं. प्रियंका के सांसद बनने के बाद गांधी परिवार के तीनों सदस्य सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सांसद बन गये हैं. सोनिया गांधी राज्यसभा सदस्य हैं जबकि राहुल गांधी रायबरेली से सांसद हैं।
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