अचानक बंद पड़े मदरसे का ताला टूटा हुआ मिला तो परवेज के एक रिश्तेदार ने बंद पड़े मदरसे के अंदर गया तो कमरे में कंकाल पड़ा मिला. जिसके बाद उन्होंने पुलिस और परवेज को सूचना दी, इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. वहीं परवेज ने बताया कि इस मदरसे को कोविड के समय ही बंद कर दिया गया था.
नई दिल्ली: कोरोना काल से कानपुर के जाजमऊ इलाके में एक मदरसा करीब 4 साल से बंद पड़ा था. 4 साल से बंद पड़े उस मदरसा से नरकंकाल बरामद हुआ. जिसने सबको हैरान कर दिया. आखिर इस बंद पड़े मदरसे में किसी का कंकाल कैसे पहुंचा? हैरानी की बात ये है कि मदरसे के ब्लैक बोर्ड पर ABCD और एक तारीख लिखी थी. जिसे मदरसे में लगे ब्लैकबोर्ड पर किसी ने लिख दिया 20/05/2023। बड़ा सवाल यह है कि जब चार साल तक मदरसा बंद था. यानी ये मदरसा 2020 से बंद था तो फिर क्लास के ब्लैकबोर्ड पर साल 2023 के पांचवें महीने की 20 तारीख किसने लिखी और आखिर इस बंद मदरसे में किसने पढ़ाया.
अचानक बंद पड़े मदरसे का ताला टूटा हुआ मिला तो परवेज के एक रिश्तेदार ने बंद पड़े मदरसे के अंदर गया तो कमरे में कंकाल पड़ा मिला. जिसके बाद उन्होंने पुलिस और परवेज को सूचना दी, इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. वहीं परवेज ने बताया कि इस मदरसे को कोविड के समय ही बंद कर दिया गया था. इस में बच्चों को पढ़ाने के लिए संतालित किया गया था. परवेज का ये निजी प्लॉट है, लेकिन कोविड 19 के संक्रमण को देखते हुए मदरसे को बंद करने के आदेश दिए गए और तब से यह बंद है.
पिछले चार सालों में इस बंद पड़े मदरसे का ताला कई बार टूटा हुआ मिला.असामाजिक तत्वों या चोरों ने कई बार इसे अपना अड्डा बनाने की कोशिश की, लेकिन इस बार जब मदरसे का ताला तोड़ा गया तो उसके अंदर एक कंकाल पड़ा मिला. बता दें मदरसा जिस जगह पर बना था वहां से अक्सर नाले और गंदगी की वजह की से बदबू आता थी. जिसके वजह से मदरसे में पड़े हुए नरकंकाल और उसके शव की बदबू कोई भांप नहीं पाया. परंतु टूटे हुए ताले ने नरकंकाल बरामद करा दिया. वहीं इस मामले में पुलिस ने फोरेंसिक टीम को बुलाकर सबूत इकट्ठा करने के लिए कई पहलुओं पर जांच शुरू कर दी है.
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