दिविथ रेड्डी ने अंडर 8 वर्ल्ड कैडेट शतरंज चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीत लिया है। चैंपियनशिप के 11 राउंड की समाप्ति पर दिविथ रेड्डी और सात्विक स्वैन ने 9-9 अंक हासिल किए, जबकि चीन के जिमिंग गुओ ने भी समान अंक जुटाए।
नई दिल्ली: हैदराबाद के आठ वर्षीय दिविथ रेड्डी ने अंडर 8 वर्ल्ड कैडेट शतरंज चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीत लिया है। मंगलवार को तेलंगाना के इस टैलेंटेड खिलाड़ी ने अपने प्रतिस्पर्धी सात्विक स्वैन को सुपर टाईब्रेक स्कोर के आधार पर हराकर यह खिताब अपने नाम किया।
चैंपियनशिप के 11 राउंड की समाप्ति पर दिविथ रेड्डी और सात्विक स्वैन ने 9-9 अंक हासिल किए, जबकि चीन के जिमिंग गुओ ने भी समान अंक जुटाए। ऐसे में खिताब का फैसला सुपर टाईब्रेक के जरिए किया गया। सुपर टाईब्रेक में दिविथ रेड्डी ने अपनी सूझ-बूझ और टैलेंट का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। सात्विक स्वैन को सिल्वर और चीन के जिमिंग गुओ को ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा।
चैंपियनशिप में दिविथ ने दमदार शुरुआत करते हुए शुरुआती चार बाजियां जीती थी। हालांकि इसके बाद उन्होंने दो बाजियां लगातार गंवा दीं थी, जिससे उनके लिए खिताब की राह मुश्किल लग रही थी। इसके बावजूद दिविथ ने अपनी हार से सबक लेते हुए जबरदस्त वापसी की और लगातार पांच बाजियां जीतकर पॉइंट टेबल में टॉप पर अपनी जगह बनाई।
दिविथ की इस उपलब्धि से यह साफ हो गया है कि भारत में शतरंज के बेहतरीन खिलाड़ियों की कमी नहीं है। दिविथ और सात्विक जैसे खिलाड़ियों ने अपनी सूझ-बूझ और मेहनत से यह साबित कर दिया कि भारतीय खिलाड़ी वैश्विक मंच पर किसी से कम नहीं हैं। इस जीत के बाद दिविथ को भविष्य के बड़े टूर्नामेंट्स के लिए एक मजबूत दावेदार माना जा रहा है।
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