शशि के भाई रवि रुइया, जिनके साथ उन्होंने एस्सार समूह की स्थापना की थी, और परिवार के सदस्यों ने दुखद समाचार साझा करते हुए कहा, "हमें बड़े दुख के साथ आपको सूचित करना पड़ रहा है.
नई दिल्ली: भारतीय अरबपति एस्सार समूह के सह-संस्थापक शशि रुइया का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया. शशि के भाई रवि रुइया, जिनके साथ उन्होंने एस्सार समूह की स्थापना की थी, और परिवार के सदस्यों ने दुखद समाचार साझा करते हुए कहा, “हमें बड़े दुख के साथ आपको सूचित करना पड़ रहा है कि रुइया और एस्सार परिवार के मुखिया श्री शशिकांत रुइया का निधन हो गया है. PM मोदी ने रुइया के निधन पर शोक व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रुइया के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने रुइया को ‘महान व्यक्तित्व’ बताया और इस कठिन समय में रुइया के परिवार और प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. “श्री शशिकांत रुइया जी उद्योग जगत में एक दिग्गज थे.उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने भारत के business scenario को बदल दिया. उन्होंने विकास के लिए उच्च मानक भी स्थापित किए. वह हमेशा विचारों से भरे रहते थे, हमेशा इस बात पर चर्चा करते थे कि हम अपने देश को कैसे बेहतर बना सकते हैं. प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर लिखा, “शशि जी का निधन अत्यंत दुखद है। दुख की इस घड़ी में मैं उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.”
Shri Shashikant Ruia Ji was a colossal figure in the world of industry. His visionary leadership and unwavering commitment to excellence transformed the business landscape of India. He also set high benchmarks for innovation and growth. He was always full of ideas, always… pic.twitter.com/2Dwb2TdyG9
— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2024
राशि रुइया का जन्म 23.12.1943 को हुआ और उन्होंने 25.11.2024 को दुनिया को अलविदा कह दिया. पहली पीढ़ी के उद्यमी और उद्योगपति शशि रुइया ने 1965 में अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में अपनी यात्रा शुरू की.अपने भाई रवि के साथ मिलकर उन्होंने एस्सार की स्थापना की और इसकी रणनीति, विकास और विविधीकरण तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. रुइया ने राष्ट्रीय और उद्योग संगठनों में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया. वे फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की प्रबंध समिति के सदस्य थे और भारत-अमेरिका संयुक्त व्यापार परिषद के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. वह भारतीय राष्ट्रीय जहाज मालिक संघ के पूर्व अध्यक्ष और प्रधानमंत्री के भारत-अमेरिका सीईओ फोरम और भारत-जापान व्यापार परिषद के सदस्य भी थे.
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