महाराष्ट्र: मौलाना नोमानी ने BJP को जिताया, चुनाव परिणाम आते ही हुआ पर्दाफाश!

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे शनिवार को आ गए, लेकिन चुनाव के दौरान इस्लामिक उपदेशक और मौलवी सज्जाद नोमानी द्वारा जारी किए गए फतवे का असर नहीं दिखा। बिहार, महाराष्ट्र चुनाव प्रचार के दौरान सज्जाद नोमानी का एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में वह मुस्लिम समुदाय से कांग्रेस-सेना-एनसीपी गठबंधन को वोट देने की अपील करते नजर आ रहे हैं। वहीं अब बीजेपी पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने मौलाना सज्जाद नोमानी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.

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महाराष्ट्र: मौलाना नोमानी ने BJP को जिताया, चुनाव परिणाम आते ही हुआ पर्दाफाश!

Zohaib Naseem

  • November 23, 2024 4:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 hours ago

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे शनिवार को आ गए, लेकिन चुनाव के दौरान इस्लामिक उपदेशक और मौलवी सज्जाद नोमानी द्वारा जारी किए गए फतवे का असर नहीं दिखा। महाराष्ट्र चुनाव प्रचार के दौरान सज्जाद नोमानी का एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में वह मुस्लिम समुदाय से कांग्रेस-सेना-एनसीपी गठबंधन को वोट देने की अपील करते नजर आ रहे हैं। वहीं अब बीजेपी पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने मौलाना सज्जाद नोमानी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.

 

रुझान सामने आए

 

दिल्ली पुलिस ने यह मामला ऐसे वक्त दर्ज किया जब शनिवार को महाराष्ट्र चुनाव के रुझान सामने आए. रुझानों के मुताबिक, महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना शिंदे और एनसीपी अजित पवार गुट के साथ मिलकर भारी बहुमत से सरकार बनाने की पूरी संभावना है. बेजीपी नेता ने मौलवी मौलाना सज्जाद नोमानी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए है और कहा है कि उन्होंने केंद्र में बीजेपी सरकार का समर्थन करने वाले मुसलमानों के सामाजिक बहिष्कार का आह्वान करते हुए एक “फतवा” जारी किया था। वहीं सिद्दीकी ने पुलिस को बताया है कि ऐसे लोगों को इस्लाम के दायरे से बाहर माना जाना चाहिए.

 

सिद्दीकी ने दावा किया

 

वहीं वीडियो में वह साफ तौर पर यह कहकर बीजेपी के मुस्लिम समर्थकों का मजाक उड़ा रहे हैं कि उन्हें अपना नाम बदलकर “घनश्याम” रख लेना चाहिए, जो समुदाय से उनके बहिष्कार का संकेत है। जमाल सिद्दीकी ने दावा किया है कि इस “फतवे” के कारण भगवा पार्टी से जुड़े मुसलमानों को धमकिया, सामाजिक अलगाव और दुर्व्यवहार सहित गंभीर परिणाम भुगतने पड़े हैं।

 

बात करना बंद कर दिया

 

जमाल सिद्दीकी के मुताबिक, “फतवे के बाद लोगों ने जुमे की नमाज के दौरान और निज़ामुद्दीन दरगाह जैसी सार्वजनिक जगहों पर मुझसे बात करना बंद कर दिया है। सोशल मीडिया पर मुझे गालियां देना शुरू कर दिया है। लोग मेरा बहिष्कार कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा है कि उनका पीछा किया जा रहा है और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. उनका और अन्य बीजेपी कार्यकर्ताओं का जीना मुश्किल हो रहा है.

 

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