डेनमार्क गायों की डकार पर टैक्स लगाने वाला पहला यूरोपीय देश बन चुका है.

किसानों ने इसे लेकर सरकार से समझौता किया है

DW की रिपोर्ट के मुताबिक, गायों की डकार में मीथेन होती है जोकि जलवायु के लिए हानिकारक गैस है.

मवेशी ब्रीडर का इसको लेकर कहना है कि गायें जुगाली करती हैं तो आहार उनकी कई आंतों से गुजरता है, जिससे मीथेन बनती है

इस प्रक्रिया में बनने वाली मीथेन डकार के जरिए बाहर निकलती है.

एक टन मीथेन के लिए 40 यूरो सालाना टैक्स लगाया जाता है. 10 गायें साल भर में इतनी मीथेन गैस रिलीज करती हैं

गायों की डकार वातावरण में घुलकर उसे इंसानों के लिए काफी हानिकारक बनाती है

मीथेन गैस के वातावरण में मिलने के बाद इंसानों के साथ ही यह ग्लोबल वॉर्मिंग बढ़ाने का भी जिम्मेदार है