स्विट्जरलैंड के एक चर्च में घुसकर एक अफगान नागरिक ने हंगामा मचा दिया है। 17 साल के एक अफगान शरणार्थी ने स्विट्जरलैंड के एक चर्च में घुसकर वर्जिन मैरी की मूर्ति को तोड़ दिया। इस घटना के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
नई दिल्ली : महाभारत में द्रौपदी का चीरहरण कौरव द्वारा किया गया था। ऐसा ही एक घटना भारत से नहीं बाकी स्विट्जरलैंड से आई । यहां एक अफगान नागरिक ने क्रिसमस से पहले ईसाई धर्म को शर्मिंदा कार दिया है ।
क्रिसमस से पहले स्विट्जरलैंड में एक अफगानी नागरिक ने चर्च में घुसकर घिनौने काम को अंजाम दिया है. 17 साल के अफगानी शरणार्थी ने चर्च के अंदर घुसकर वर्जिन मैरी की मूर्ति पर हमला करके ईसाई धर्म को धूमिल करने का प्रयास किया. इस घटना ने ईसाई धर्म के लोगों को जोरदार धक्का दिया है. चर्च में घुसकर अफगानी नागरिक ने बार-बार वर्जिन मैरी की मूर्ति पर प्रहार किया.
अफगान नागरिक ने मैरी की मूर्ति के कपड़े पूरी तरह फाड़ दिए। वीडियो में आप देख सकेंगे कि उसने वर्जिन मैरी का मुकुट अपने सिर पर रखा और नीचे उतरता हुआ दिखाई दिया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि वह किस तरह हमला कर रहा है।
BREAKING: Shocking footage of an Afghan migrant stripping the clothes from a famous statue of the Virgin Mary in Switzerland.
The 17-year-old then steals her crown and parades around the Einsiedeln Abbey Church.
All just right before Christmas.pic.twitter.com/MjAb0Hn9Dk
— Remix News & Views (@RMXnews) November 18, 2024
चर्च में मौजूद पादरियों ने लड़के को रोका और उसके हमले को रोका और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। घटना के बाद पुलिस ने 17 वर्षीय अफगान नागरिक को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने उसे मनोरोग अस्पताल में भर्ती कराया। रिपोर्ट के अनुसार मैरी की यह मूर्ति लिंडन की लकड़ी में उकेरी गई 15वीं सदी की गोथिक छवि है। अफगान लड़के के हमले में मूर्ति को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है।
घटना के बाद पादरियों और पुलिस ने मूर्ति पर हमला करने वाले 17 वर्षीय अफगान नागरिक के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। बाद में चर्च की वेबसाइट पर इस घटना का जिक्र किया गया लेकिन हमलावर के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। इसमें घटना को “भ्रमित व्यक्ति” के कारण बताया गया। वेबसाइट पर पादरियों ने लिखा कि हमें इस घटना पर गहरा अफसोस है और हम उन कई लोगों के बारे में सोच रहे हैं जिनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। हमारी प्रार्थनाएं और संवेदनाएं उनके साथ हैं।
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