श्मशान में शव के साथ साधना करने पर बनते हैं अघोरी, जानें कैसी होती है इनकी रहस्मयी दुनिया

नई दिल्ली: अघोरी शब्द मन में आते ही एक तरह की जिज्ञासा जाग उठती है। ज्यादातर लोगों ने इनके बारे में दूसरों से सुना होगा या कहीं पढ़ा होगा। हालांकि, बहुत कम लोगों को उन्हें करीब से जानने का मौका मिलता है. इसलिए लोग इनके बारे में जानने को लेकर उत्सुक रहते है. अघोरी हमेशा […]

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श्मशान में शव के साथ साधना करने पर बनते हैं अघोरी, जानें कैसी होती है इनकी रहस्मयी दुनिया

Shikha Pandey

  • November 19, 2024 3:07 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 hours ago

नई दिल्ली: अघोरी शब्द मन में आते ही एक तरह की जिज्ञासा जाग उठती है। ज्यादातर लोगों ने इनके बारे में दूसरों से सुना होगा या कहीं पढ़ा होगा। हालांकि, बहुत कम लोगों को उन्हें करीब से जानने का मौका मिलता है. इसलिए लोग इनके बारे में जानने को लेकर उत्सुक रहते है. अघोरी हमेशा तंत्र साधना में लीन रहते हैं. वह अक्सर रात के समय श्मशान घाट में तंत्र साधना करते हैं. अघोरी की दुनिया काफी रहस्मयी होती है. चलिए जानते हैं कि अघोरी पंथ कैसे बनी, और कैसी होती है इन अघोरी की दुनिया.

 

अघोरी की दुनिया

अघोरी शब्द का अर्थ है ऐसा व्यक्ति जो किसी के साथ भेदभाव नहीं करता और बहुत ही सरल स्वभाव का होता है. परंतु अघोरी के बारे में लोगों के मन में अलग -अलग धारण है. अघोरी का पूरा शरीर भस्म से सना हुआ होगा. यह लोग नरों के मुंडों की माला पहनते है. बिखरे हुए और लंबे जटे होती है. हांलाकि कि अघोरी बनने से पहले मन से सभी नफरतों को दूर करना होगा. दुनिया में लोग जिन चीजों से घृणा करते हैं. अघोरी उन सभी चीजों को अपना लोता है.

अघोर पंथ

मान्यता है कि भगवान शिव से अघोर पंथ की जन्म हुई थी. भगवान शिव के अवतार दत्तात्रेय को अघोरी अपना गुरू मानते है. अघोरी साधु बाबा कीनाराम की पूजा करते हैं. अघोरी लोग अक्सर रात के वक्त श्मशान में अकेले ही तंत्र साधना करते हुए पाए जाते हैं. अधोरी तीन तरह की साधना करते है. शिव, श्मशान, और शव. ऐसे मान्यता है कि जब अघोरी शव के ऊपर अपने पैर रखकर साधना करते है. उसे शिव साधना कहा जाता है. शिव साधना में प्रसाद के रूप में शव का मांस और शराब चढ़ाई जाती है.

स्वभाव

अक्सर लोगों का मानना ​​है कि अघोरियों का स्वभाव गुस्सेल और रूखा होता है. परंतु ऐसा नहीं है. अधोरी ऊपर से कठोर दिखाई देते है, लेकिन जब वह खुश होते है तब अपनी सफलता देने के लिए भी तैयार हो जाते है.
यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है. इनखबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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