उत्तर प्रदेश के जालौन के उरई में रहने वाली एक लड़की ने थाने में तैनात दो पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. लड़की का आरोप है कि जांच के लिए आए दो पुलिसकर्मी उसे एक कमरे में ले गए और उसके साथ रेप किया. इतना ही नहीं, उसने उसके साथ मारपीट की और जब वह इसकी शिकायत लेकर थाने पहुंची तो उस पर समझौते का दबाव भी डाला। मामला उरई कोतवाली का है, जहां एक मोहल्ले में रहने वाली युवती ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की है कि मकान मालिक ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। मकान मालिक ने उसके आभूषण भी लूट लिये.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जालौन के उरई में रहने वाली एक लड़की ने थाने में तैनात दो पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. लड़की का आरोप है कि जांच के लिए आए दो पुलिसकर्मी उसे एक कमरे में ले गए और उसके साथ रेप किया. इतना ही नहीं, उसने उसके साथ मारपीट की और जब वह इसकी शिकायत लेकर थाने पहुंची तो उस पर समझौते का दबाव भी डाला। लड़की ने इस घटना की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है. पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी है.
मामला उरई कोतवाली का है, जहां एक मोहल्ले में रहने वाली युवती ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की है कि मकान मालिक ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। मकान मालिक ने उसके आभूषण भी लूट लिये. जिसकी शिकायत 11 नवंबर को की गई थी, जिसके संबंध में 15 नवंबर को उरई कोतवाली के कोबरा में तैनात कांस्टेबल अंजेश यादव और कांस्टेबल रामाधार यादव के फोन पर कॉल आई और घटना के बारे में जानकारी ली।
सिपाहियों ने उसे गोपालगंज स्थित शराब के ठेके पर बुलाया और कहा कि उसकी पूरी मदद की जायेगी. जब वह गोपालगंज में देशी शराब की दुकान पर पहुंची तो दोनों सिपाहियों ने उससे कहा कि ऑफिस जाओ, जहां बयान लिखा जायेगा. जब लड़की सिपाहियों के साथ ऑफिस जाने लगी तो दोनों सिपाही उसे एक कमरे में ले गए।
उसने उसके साथ मारपीट की और धमकी देते हुए कहा कि पहले तुम्हारे साथ संबंध बनाऊंगा फिर कार्रवाई करूंगा। सिपाही अंजेश यादव और सिपाही रामाधार यादव ने जबरन महिला के कपड़े उतार दिए और उसके साथ दुष्कर्म किया. उसने इस घटना के बारे में अपनी दादी को बताया और वह 16 नवंबर को उरई थाने पहुंची, जहां उसने शिकायती पत्र दिया तो पुलिसकर्मियों ने दुर्व्यवहार किया.
इतना ही नहीं एक महिला कांस्टेबल ने उनके साथ मारपीट की. महिला का आरोप है कि पुलिसकर्मी उस पर समझौता करने का दबाव बनाते हैं। हालांकि इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने मामले की जांच करने का आदेश दिया. वहीं इसकी जिम्मेदाराी अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार को दी गई है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा की जा रही है और जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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