इंदिरा को तलाक देकर मुस्लिम लड़की से निकाह करना चाहते थे फिरोज, कई औरतों से संबंध देखकर नेहरू ने घर से निकाला!

फिरोज और इंदिरा का प्यार कॉलेज के दिनों से ही परवान चढ़ना शुरू हो गया था। हालांकि उनका रिश्ता ज्यादा दिनों तक चला नहीं। शुरुआत से ही खटपट शुरू हो गई। दोनों के बीच झगड़े इतने बढ़ गए कि इंदिरा अपने पिता के घर दिल्ली में तीन मूर्ति आ गई तो वहीं फिरोज आनंद भवन इलाहबाद में रहने लगे।

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इंदिरा को तलाक देकर मुस्लिम लड़की से निकाह करना चाहते थे फिरोज, कई औरतों से संबंध देखकर नेहरू ने घर से निकाला!

Pooja Thakur

  • November 19, 2024 1:25 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 hours ago

नई दिल्ली। आज भारत की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जन्मदिन है। इंदिरा भारत की राजनीति की वो शख्सियत हैं, जिनके व्यक्तित्व की चर्चा हमेशा होती रहती है। प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने कई ऐसे बोल्ड फैसले लिए जिसके बाद उन्हें लोग आयरन लेडी कहने लगे। इंदिरा अपने प्रेम कहानी को लेकर भी प्रसिद्ध रहीं। उन्होंने पिता से बगावत करके फिरोज गांधी से शादी की।

बगावत की शादी पड़ी महँगी

फिरोज और इंदिरा का प्यार कॉलेज के दिनों से ही परवान चढ़ना शुरू हो गया था। हालांकि उनका रिश्ता ज्यादा दिनों तक चला नहीं। शुरुआत से ही खटपट शुरू हो गई। दोनों के बीच झगड़े इतने बढ़ गए कि इंदिरा अपने पिता के घर दिल्ली में तीन मूर्ति आ गई तो वहीं फिरोज आनंद भवन इलाहबाद में रहने लगे। इंदिरा गांधी के बायोग्राफी में इस बात का जिक्र है कि जब वो अपने पिता के घर आ गई तो लखनऊ के एक मशहूर जमींदार मुस्लिम परिवार की लड़की से फिरोज प्यार करने लगे।

इंदिरा को तलाक देना चाहते थे फिरोज

उस समय फिरोज इंदिरा को तलाक देना चाहते थे। 1946 में इंदिरा दूसरी बार प्रेग्नेंट हुईं तो रिश्ते और ख़राब हो गए कहा जाता है कि इंदिरा को फिरोज की बेवफाई के बारे में पता चल गया था। The Tatas, Freddie Mercury & Other Bawas नाम की पुस्तक में लिखा हुआ है कि शादी के बाद भी नेहरू अपनी बेटी की जिंदगी में पहले की तरह दखल देते रहे। इस वजह से वो फिरोज के साथ अपना रिश्ता सही से निभा नहीं पाईं। फिरोज अक्सर किसी कॉफी हाउस में किसी न किसी महिला के साथ दिख जाते थे। उनकी छवि एक ऐसे पुरुष की बन गई, जिसका कई औरतों से संबंध था।

काफी अकेले थे फिरोज

इस पुस्तक में यह लिखा गया है कि एक समय फिरोज पूरी तरह से इंदिरा को तलाक देने का मन बना चुके थे। उनका दिल लखनऊ की एक खूबसूरत मुस्लिम लड़की पर आ गया था। हालांकि जब नेहरू को यह पता चला तो उन्होंने रोक लगा दी क्योंकि वो नहीं चाहते थे कि इस घटना से उनके परिवार और बेटी की बदनामी हो। अपने आखिरी दिनों में फिरोज काफी अकेले हो गए थे। इंदिरा उनके साथ नहीं थीं। साल 1958 में उन्हें पहली बार हार्ट अटक आया तो दूसरी बार साल 1960 में। महज 47 साल की उम्र में फिरोज इस दुनिया से चले गए।

 

 

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