नई दिल्ली : सोशल मीडिया के इस दौर में रील्स का क्रेज बच्चों से लेकर युवाओं और यहां तक कि मैच्योर लोगों में भी बढ़ रहा है। कुछ लोगों में तो यह क्रेज इतना हावी है कि वे रील्स बनाने के लिए अपनी जान भी जोखिम में डाल देते हैं। हालात ये हैं कि लोग […]
नई दिल्ली : सोशल मीडिया के इस दौर में रील्स का क्रेज बच्चों से लेकर युवाओं और यहां तक कि मैच्योर लोगों में भी बढ़ रहा है। कुछ लोगों में तो यह क्रेज इतना हावी है कि वे रील्स बनाने के लिए अपनी जान भी जोखिम में डाल देते हैं। हालात ये हैं कि लोग रील के बनने के फिरत में यूजर्स किसी भी हद तक चले जाते है। अब सवाल यह है कि रील में क्या संस्कारों से खिलवाड़ औरअश्लीलता को बढ़ावा दिया जा रहा हैं ? इन सबके बीच ITV ने एक सर्वे किया है, जिसमें लोगों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है.
1- सोशल मीडिया पर बनने वाली रील में क्या संस्कारों से खिलवाड़ हो रहा हैं?
हां 90.00%
नहीं 10.00%
कह नहीं सकते 00.00%
2- इंस्टाग्राम,फेसबुक,यूट्यूब पर अश्लीलता को लेकर क्या कोई माप दंड हैं .
हां 36.00%
नहीं 58.00%
कह नहीं सकते 06.00%
3- सोशल मीडिया पर होने वाले अपराध या अश्लीलता के लिए क्या कानून जिम्मेदार हैं?
हां 77.00%
नहीं 22.00%
कह नहीं सकते 01.00%
4- अश्लीलता को लेकर टिकटॉक बैन किया गया था, अब क्या सोशल साइट को बैन किया जाना चाहिए या सख्त कानून लाया जाए?
YT, FB, इंस्टा बैन हो 39.00%
बैन नहीं हो 10.00%
कानून सख्त हो 49.00%
कह नहीं सकते 02.00%
5- क्या रील बनाने, लाइक, शेयर, कमेंट्स के लिए यूथ किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं?
हां 89.00%
नहीं 14.00%
कह नहीं सकते 03.00%
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