महाकुंभ से होगा तबाही का ऐलान! संतों की हुंकार- करेंगे कुछ ऐसा मिट जाएगा यह मुस्लिम देश

नई दिल्ली। महाकुंभ मेला 29 जनवरी 2025 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगने जा रहा है। इससे पहले साल 2013 में महाकुंभ का आयोजन किया गया था। गौरतलब है कि कुंभ मेला 3 साल पर, अर्ध कुंभ 6 साल में और महाकुंभ मेला 12 साल में एक बार लगता है। 2013 में महाकुंभ और […]

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महाकुंभ से होगा तबाही का ऐलान! संतों की हुंकार- करेंगे कुछ ऐसा मिट जाएगा यह मुस्लिम देश

Pooja Thakur

  • November 12, 2024 12:18 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 week ago

नई दिल्ली। महाकुंभ मेला 29 जनवरी 2025 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगने जा रहा है। इससे पहले साल 2013 में महाकुंभ का आयोजन किया गया था। गौरतलब है कि कुंभ मेला 3 साल पर, अर्ध कुंभ 6 साल में और महाकुंभ मेला 12 साल में एक बार लगता है। 2013 में महाकुंभ और साल 2019 में अर्ध कुंभ का आयोजन किया गया था। यह सनातन को मानने वालों के लिए बड़ा उत्सव है। दुनियाभर के साधु-संत इसमें शिरकत।

नक़्शे से मिटेगा यह मुस्लिम देश

जगदगुरु रामभद्राचार्य ने महाकुंभ मेला लगने से पहले बड़ा बयान दिया है। जयपुर में चल रही रामकथा के दौरान जगदगुरु रामभद्राचार्य जी ने कहा कि इस बार के कुंभ में संत समाज कुछ ऐसा करेगा कि दुनिया के नक्शे से पाकिस्तान का नामो-निशान मिट जाएगा। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल भी मौजूद रहे। ​रामभद्राचार्य ने कहा कि मैं कठोर बोलने के लिए बदनाम हूं। जब हम रामलला को ला सकते हैं तो फिर मथुरा-काशी के ज्ञानवापी को भी लाकर दिखा देंगे।

कौन हैं रामभद्राचार्य

बता दें कि रामभद्राचार्य चित्रकूट के रहने वाले हैं। उनका असली नाम गिरधर मिश्रा है। रामभद्राचार्य जी रामानंद संप्रदाय के मौजूदा चार जगद्गुरुओं में से एक हैं। वर्ष 1988 से ही वो इस पद पर आसीन हैं। इन्होंने अब तक चार महाकाव्यों की रचना की है। साल 2015 में पद्मविभूषण से सम्मानित किए जा चुके हैं। 22 भाषाओं में 80 ग्रन्थ लिख चुके हैं। जब सिर्फ दो महीने के थे तभी आंखों की रोशनी चली गई।

 

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