नई दिल्लीः बांग्लादेश एक बार फिर सुलगने को तैयार है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग रविवार को अंतरिम सरकार के खिलाफ ढाका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरी है। इसे देखते हुए अंतरिम यूनुस सरकार ने सड़कों पर सेना को तैनात कर दिया है। शेख हसीना […]
नई दिल्लीः बांग्लादेश एक बार फिर सुलगने को तैयार है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग रविवार को अंतरिम सरकार के खिलाफ ढाका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरी है। इसे देखते हुए अंतरिम यूनुस सरकार ने सड़कों पर सेना को तैनात कर दिया है। शेख हसीना की पार्टी के सैकड़ों नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच सरकार ने चेतावनी दी है कि अवामी लीग को विरोध मार्च निकालने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
इससे पहले बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शनिवार को साफ कर दिया था कि अवामी लीग को रविवार को रैली निकालने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा था, “अवामी लीग अपने मौजूदा स्वरूप में एक फासीवादी पार्टी है। किसी भी हालत में इस फासीवादी पार्टी को बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।”
अवामी लीग के जमावड़े और विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए ढाका के कई इलाकों में सेना और पुलिस तैनात की गई है। अनुमान है कि रविवार को दोपहर 3 बजे के बाद बड़ी संख्या में आवामी लीग समर्थक ढाका में जुटेंगे। इसके लिए बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड की 191 टुकड़ियां तैनात की गई हैं।
मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने चेतावनी देते हुए कहा, “जो कोई भी सामूहिक हत्यारी और तानाशाह शेख हसीना से आदेश लेकर रैली, बैठक और जुलूस आयोजित करने की कोशिश करेगा, उसे कानून प्रवर्तन एजेंसियों की पूरी सख्ती का सामना करना पड़ेगा।”
आवामी लीग ने फेसबुक पर एक बयान जारी कर पार्टी समर्थकों से रविवार को गुलिस्तान में शहीद नूर हुसैन छतर या जीरो पॉइंट पर एकत्र होकर कुशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का आग्रह किया।
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