नई दिल्ली। बांग्लादेश में जबसे शेख हसीना सरकार का तख्तापलट है, बुरे दिन आये हुए हैं। महंगाई आसमान छू रही है और इससे निकलने के लिए रास्ता नहीं मिल रहा। यूनुस सरकार के तीन महीने हो गए हैं और महंगाई अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर है। रुला रही यूनुस सरकार बांग्लादेश ब्यूरो ऑफ […]
नई दिल्ली। बांग्लादेश में जबसे शेख हसीना सरकार का तख्तापलट है, बुरे दिन आये हुए हैं। महंगाई आसमान छू रही है और इससे निकलने के लिए रास्ता नहीं मिल रहा। यूनुस सरकार के तीन महीने हो गए हैं और महंगाई अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर है।
बांग्लादेश ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के आंकड़ों के अनुसार अगस्त में महंगाई 10.49, सितंबर में 9.92 फीसदी के बाद अक्टूबर महीने में महंगाई दर 10.87 प्रतिशत पहुंच गई है। जिस दौरान हिंसा भड़की उस समय जुलाई में महंगाई दर 11.66 फीसदी तक बढ़ गई थी। यूनुस सरकार के आने के बाद से 3 महीने में महंगाई दो बार डबल डिजिट को क्रॉस कर चुकी है। शेख हसीना कार्यकाल के दौरान शुरूआती 6 महीनों में महंगाई दर काफी हद तक कण्ट्रोल में थी।
यूनुस के अंतरिम सरकार में बीते 3 महीने में महंगाई दर डबल डिजिट का आंकड़ा पार कर चुकी है। महंगाई को काबू करने के लिए गुरुवार को यूनुस सरकार ने बैठक की। बैठक में वित्त-वाणिज्य मंत्री सलेहउद्दीन अहमद, एनर्जी एंड मिनरल रिसोर्स एडवाइजर मोहम्मद फौजुल कबीर खान और प्लानिंग एंड एजुकेशन एडवाइजर वहीदुद्दीन महमूद समेत कई लोग शामिल हुए।
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