नई दिल्लीः अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के लिए 5 नवंबर को मतदान हुए और अब नतीजे आना जारी हो गया है। डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस दोनों ही अपनी अपनी नीतियों के लिए मुखर रहे हैं। ऐसे में अमेरिका के राष्ट्रपति की कुर्सी पर कौन बैठेगा इससे भारतीय लोगों पर भी प्रभाव पड़ेगा। आइए समझते […]
नई दिल्लीः अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के लिए 5 नवंबर को मतदान हुए और अब नतीजे आना जारी हो गया है। डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस दोनों ही अपनी अपनी नीतियों के लिए मुखर रहे हैं। ऐसे में अमेरिका के राष्ट्रपति की कुर्सी पर कौन बैठेगा इससे भारतीय लोगों पर भी प्रभाव पड़ेगा। आइए समझते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप या कमला हैरिस चुनाव के जीतने से उन भारतीयों और दूसरे विदेशी नागरिकों पर क्या असर होगा जो H1B वीजा की मदद से वहां काम करते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने पिछली बार की तरह अपने चुनाव प्रचार के दौरान न सिर्फ इमिग्रेशन कानून के सख़्ती से पालन की बात की है, बल्कि इस बार वो 1.1 करोड़ लोगों को देश से बाहर या वापस उनके देश भेजने की बात कर रहे हैं, जो बिना उचित दस्तावेजों के अमेरिका में रह रहे हैं। इतना ही नहीं, इस बार उनके चुनाव प्रचार में ये भी कहा गया है कि अगर वो सत्ता में वापस लौटते हैं तो वो सिर्फ अमेरिकी धरती पर जन्मे लोगों के बच्चों को ही नागरिकता का अधिकार देंगे। यानी जो लोग वीजा के बाद या लंबे समय से अमेरिका में रहने के बाद नागरिकता पाने के हकदार हैं, उनसे ये अधिकार छीन लिया जाएगा। हालांकि, इसके लिए उन्हें कानूनी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।
इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप फिलिस्तीन का समर्थन करने वाले विदेशी छात्रों को वापस भेजने और जो बिडेन के शासनकाल में शुरू की गई पैरोल नीति को रोकने की बात भी कर रहे हैं। जबकि उनका ध्यान अमेरिका में डिप्लोमा के तहत पढ़ रहे विदेशी छात्रों को ग्रीन कार्ड देने पर है। ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने से वहां के इमिग्रेशन कानून में काफी बदलाव आएंगे।
डोनाल्ड ट्रंप के विपरीत कमला हैरिस के चुनाव अभियान में इमिग्रेशन कानून को काफी प्रोग्रेसिव तरीके से पेश किया जा रहा है। वह सीमा सुरक्षा के लिए पड़ोसी देशों के साथ समझौते, देश में ज्यादा लोगों को शरण देने, ड्रग की समस्या को खत्म करने पर ध्यान दे रही हैं। इसके साथ ही वह इमिग्रेशन कार्ड की देरी को कम करने, वर्क वीजा को आसान बनाने पर काम करेंगी। कमला हैरिस की सरकार उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो लंबे समय से ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे हैं। इसका सबसे ज्यादा फायदा भारत और चीन को होगा, क्योंकि इन लोगों की प्रतीक्षा अवधि को बढ़ाकर 10 साल कर दिया गया है।
कुल मिलाकर अगर ट्रंप जीतते हैं तो वे भारतीय जिन्होंने अमेरिका में रहने का प्लान बनाया है, उन्हें भारी नुकसान हो सकता है।
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