हम सभी ने रेलवे और मेट्रो दोनों ट्रैक देखे हैं, लेकिन क्या आप इन दोनों ट्रैक के बीच अंतर जानते हैं?

रेल की पटरियों पर छोटी-छोटी बजरी या पत्थर बिछा दिए जाते हैं. अगर मेट्रो की बात करें तो ये पत्थर मेट्रो ट्रैक पर नहीं बिछाए जाते हैं.

ऐसे में क्‍या आपको इसके पीछे की वजह पता है. मेट्रो ट्रैक्स पर पत्थर रखने से ट्रैक्स को बार-बार ब्लॉक करना पड़ता है.

ऐसे में मेट्रो ट्रैक को ब्‍लॉक करने की वजह से आम लोगों को दिक्‍कत हो सकती है, क्‍यों कि मेट्रो हर 5 मिनट पर आती है.

मेट्रो ट्रैक्स को बनाने में खर्चा थोड़ा ज्यादा होता है पर इनका मेंटेनेंस बिल्कुल न के बराबर होता है.

मेट्रो ट्रैक्स पर पत्थर धीरे-धीरे बिखरते रहते हैं, जिसकी वजह से मरम्मत के चलते इनका रखरखाव मंहगा हो जाएगा.

मेट्रो ट्रैक्स अक्सर ज़मीन से ऊपर या अंडरग्राउंड होते हैं, ऐसे में इन पर पत्थर रखकर मेंटेनेंस करना संभव नहीं है.