चेन्नई. तमिलनाडु सरकार ने पहली बार बताया कि पहली अक्टूबर से अब तक राज्य में बारिश और बाढ़ की वजह से 347 लोगों की मौत हुई है. 17.64 लाख लोगों को सुरक्षित निकाल कर राहत केंद्रों में रखा गया है. सरकार ने एक बयान में ये जानकारियां देते हुए यह भी बताया है कि राज्य में कुल 6605 राहत केंद्र खोले गए हैं.
सरकार ने बताया कि बारिश और बाढ़ की वजह से 3889 मवेशी भी मारे गए हैं. बीती एक सदी की सबसे तेज बारिश ने तमिलनाडु के चेन्नई, कांचीपुरम, कुड्डालोर, तिरुवल्लुर जिलों में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है. बयान में कहा गया है कि 111,278 परिवारों को तत्काल राहत के रूप में 67.47 करोड़ रुपये दिए गए हैं.
मौसम विभाग ने तमिलनाडु में अब और भारी बारिश की संभावना से इनकार किया है. लेकिन, कहा है कि कन्याकुमारी और तुतीकोरिन जिलों में बारिश हो सकती है. राज्य के अन्य इलाकों और पुड्डुचेरी में भी छिटपुट बारिश हो सकती है.
पीएमके पार्टी के नेता एस. रामदास ने कहा है कि बारिश और बाढ़ से राज्य में एक लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.