नई दिल्ली : पड़ोसी देश पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. जम्मू-कश्मीर में आतंकी भेजने के अलावा पाकिस्तान अब भारत की जासूसी भी कर रहा है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि चीनी समकक्षों के निर्देश पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी जम्मू-कश्मीर में चिनाब ब्रिज के बारे में जानकारी जुटा […]
नई दिल्ली : पड़ोसी देश पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. जम्मू-कश्मीर में आतंकी भेजने के अलावा पाकिस्तान अब भारत की जासूसी भी कर रहा है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि चीनी समकक्षों के निर्देश पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी जम्मू-कश्मीर में चिनाब ब्रिज के बारे में जानकारी जुटा रही है, जो रियासी और रामबन जिलों को जोड़ने वाला रेलवे ब्रिज है.
दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चिनाब ब्रिज का हाल ही में ट्रायल शुरू हुआ है और इससे जम्मू-कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच सम्पर्क बढ़ने की उम्मीद है। सूत्रों के मुताबिक, पुल के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी पाकिस्तानी और चीन दोनों खुफिया एजेंसियों ने इकठ्ठा किया है।
सरकार को जम्मू के रियासी जिले में पुल को पूरा करने में 20 साल से अधिक का समय लगा। यह 272 किलोमीटर लंबा पुल ऑल-वेदर रेलवे सेक्शन का हिस्सा है जो जम्मू से होकर गुजरेगा और इसका अंतिम गंतव्य कश्मीर घाटी होगा। हालांकि, पप्रोजेक्ट के पूरा होने की कोई समय सीमा नहीं है। वर्तमान में कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली सड़क अक्सर सर्दियों के दौरान कट जाती है क्योंकि भारी वर्फबारी के कारण राजमार्ग बाधित हो जाता है।
जानकार बताते हैं कि चिनाब ब्रिज के साथ, भारत को अशांत सीमा क्षेत्र में रणनीतिक लाभ मिलेगा। कश्मीर का हिमालयी क्षेत्र, जो लम्बे समय से भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव का केंद्र रहा है। एक नई रेलवे लाइन के साथ एक प्रमुख बुनियाद ढांचा पाने के लिए तैयार है जो 50 से अधिक राजमार्गों, रेलवे और बिजली प्रोजेक्ट का हिस्सा है। बता दें कि स्वतंत्रता के बाद से भारत और पाकिस्तान दोनों ने कश्मीर पर दो बार युद्ध लड़ा है .
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