नई दिल्ली : भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम का कपाट 3 नवंबर को बंद कर दिया जाएगा। आज यहां पर श्री भकुंट भैरवनाथ जी के कपाट को मंत्रोच्चारण और पूजा-पाठ के बीच बंद कर दिया गया। अब पूरी सर्दी तक भक्त इनके दर्शन नहीं कर सकेंगे। हर साल सर्दियों के […]
नई दिल्ली : भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम का कपाट 3 नवंबर को बंद कर दिया जाएगा। आज यहां पर श्री भकुंट भैरवनाथ जी के कपाट को मंत्रोच्चारण और पूजा-पाठ के बीच बंद कर दिया गया। अब पूरी सर्दी तक भक्त इनके दर्शन नहीं कर सकेंगे। हर साल सर्दियों के शुरू होने के पहले ही केदरनाथ धाम के कपाट को बंद किया जाता है।
वर्ष 2024 में 15 लाख से अधिक यानि करीब 16 लाख श्रद्धालु केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं। श्री केदारनाथ धाम में अभी भी श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। यहां प्रतिदिन करीब 15 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे हैं। चार दिन बाद यहां के कपाट भी बंद हो जाएंगे। आज विधि-विधान से हवन-पूजन के बीच भकुंट भैरवनाथ जी के कपाट बंद कर दिए गए।
केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के पुजारी भकुंट भैरवनाथ जी के कपाट बंद होने से पहले पूजा-अर्चना में हिस्सा लेने पहुंचे। पूजा के दौरान उन्होंने भकुंट भैरवनाथ का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की और उन्हें भोग लगाया। सभी पुजारियों ने भकुंट भैरवनाथ का हवन यज्ञ संपन्न कराया। पूजा के दौरान चारधाम यात्रा बिना किसी रुकावट के पूरी होने की प्रार्थना की गई। केदारनाथ धाम भी पंच केदार में शामिल है। केदारनाथ धाम के कपाट भाई दूज के दिन बंद होंगे।
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