नई दिल्ली : रिटायर्ड आईपीएस और उत्तर प्रदेश के पूर्व आईजी डीके पांडा उर्फ दूसरी राधा ने 381 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। प्रयागराज पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में उन्होंने बताया है कि उन्होंने यह रकम ऑनलाइन ट्रेडिंग से कमाई थी, लेकिन जालसाजों ने उनकी कमाई हुई रकम उनके […]
नई दिल्ली : रिटायर्ड आईपीएस और उत्तर प्रदेश के पूर्व आईजी डीके पांडा उर्फ दूसरी राधा ने 381 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। प्रयागराज पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में उन्होंने बताया है कि उन्होंने यह रकम ऑनलाइन ट्रेडिंग से कमाई थी, लेकिन जालसाजों ने उनकी कमाई हुई रकम उनके खाते में जमा नहीं कराई। जब उन्होंने इस संबंध में आरोपियों से बात की तो यह रकम दिलाने के लिए पहले 8 लाख रुपये एडवांस मांगे गए। जब उन्होंने मना किया तो आरोपियों ने उनके साथ गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी।
1971 बैच के आईपीएस डीके पांडा की शिकायत पर प्रयागराज के धूमनगंज थाने ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। रिटायरमेंट के बाद आईपीएस पांडा यहां प्रीतम नगर में रहते हैं। पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में उन्होंने बताया कि हाल ही में उन्होंने लंदन की कंपनी फिनिक्सग्रुप डॉट कॉम के साथ ऑनलाइन ट्रेडिंग का काम किया था। इसमें उन्होंने 381 करोड़ रुपये कमाए, लेकिन यह रकम उनके खाते में नहीं आई। जब उन्होंने इस संबंध में पूछताछ की तो निकोसिया साइप्रस से आरव शर्मा नाम के किसी व्यक्ति ने उन्हें व्हाट्सएप वॉयस कॉल की। आरव शर्मा के नाम से दर्ज कराई गई रिपोर्ट
उन्होंने बताया कि वह साइप्रस के साइसेक में काम करते हैं और पूरा यूरोपियन यूनियन उनके अधिकार क्षेत्र में आता है। आईपीएस पांडा ने अपनी शिकायत में बताया कि टैक्स और अन्य ट्रांजेक्शन फीस भरने के नाम पर आरोपी आरव शर्मा ने उनसे 8 लाख रुपए मांगे और विरोध करने पर गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी। डीसीपी अभिषेक भारती के मुताबिक डीके पांडा की शिकायत के मुताबिक ट्रेडिंग में कमाई गई रकम उनके खाते में जमा नहीं हुई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
1971 बैच के आईपीए डीके पांडा अचानक भगवान कृष्ण के दीवाने हो गए और उन्होंने पुलिस की नौकरी से इस्तीफा देकर खुद को राधा बता दिया। काफी समय तक वह राधा के रूप में रहे, लेकिन अब उनके सिर से राधा का भूत उतर चुका है और वह राधा का रूप छोड़कर आम आदमी की तरह रह रहे हैं। मूल रूप से ओडिशा के रहने वाले पूर्व आईजी डीके पांडा का पूरा नाम देवेंद्र किशोर पांडा है।
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