अखनूर: हमला करने के बाद मंदिर में छुप गए आतंकी, भारतीय सेना के खौफ में काटी रात

नई दिल्ली:अखनूर में सेना की एंबुलेंस पर हमले के बाद मंगलवार सुबह तक सर्च ऑपरेशन जारी रहा. सेना के जवानों ने तीनों आतंकियों को मार गिराया. इनमें से एक आतंकी की सोमवार शाम को ही मौत हो गई थी. इसके बाद उसके दोनों साथी भागकर कहीं छिप गये. वहीं सर्च ऑपरेशन के दौरान सेना को […]

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अखनूर: हमला करने के बाद मंदिर में छुप गए आतंकी, भारतीय सेना के खौफ में काटी रात

Shikha Pandey

  • October 29, 2024 12:03 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 weeks ago

नई दिल्ली:अखनूर में सेना की एंबुलेंस पर हमले के बाद मंगलवार सुबह तक सर्च ऑपरेशन जारी रहा. सेना के जवानों ने तीनों आतंकियों को मार गिराया. इनमें से एक आतंकी की सोमवार शाम को ही मौत हो गई थी. इसके बाद उसके दोनों साथी भागकर कहीं छिप गये. वहीं सर्च ऑपरेशन के दौरान सेना को पता चला कि दोनों फरार आतंकी मंदिर में छिपे हुए हैं. बताया गया कि अपने साथी की मौत के बाद दोनों आतंकियों ने पूरी रात मंदिर से सटे एक तहखाने में बिताई. मंगलवार सुबह सुरक्षा बलों ने उस तहखाने में इंटरवेंशन किया. बेसमेंट में ग्रेनेड फेंके गए और फायरिंग की गई. इंटरवेंशन से डरकर आतंकवादी बाहर निकल आये. बाहर आते ही सुरक्षा बलों ने दोनों को मार गिराया.

पैरा कमांडो को किया गया था तैनात

आतंकियों के साथ भारतीय सेना की ये मुठभेड़ कई मायनों में खास थी. दरअसल, आतंकियों के खात्मे के लिए सेना ने मुठभेड़ स्थल पर बीएमपी 2 टैंक (इन्फेंट्री कॉम्बैट व्हीकल) उतारा था. इसके साथ ही पैरा कमांडो भी तैनात किए गए. सोमवार सुबह करीब 7 बजे जम्मू के अखनूर के भट्टल इलाके में तीन आतंकियों ने सेना की गाड़ी पर कई राउंड फायरिंग की. इसके बाद सुरक्षा बलों ने तुरंत इलाके को घेर कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया था.

आतंकियों के खिलाफ उतारे टेक

भारतीय सेना के मुताबिक खौर के भट्टल इलाके में नियंत्रण रेखा के पास जोगवान गांव में असन मंदिर के पास हमले स्थल पर निगरानी और घेराबंदी को मजबूत करने के लिए चार बीएमपी – द्वितीय इन्फैंट्री – कॉम्बैट वाहन का इस्तेमाल किया गया. ये पहली बार है कि इन वाहनों का इस्तेमाल आतंकियों के खिलाफ किया गया है.

सेना के ‘फैंटम’ की मौत

इससे पहले सोमवार को जब सेना के जवान फंसे हुए आतंकियों के करीब पहुंच रहे थे, तभी मुठभेड़ के दौरान सेना के एक कुत्ते की गोली लगने से मौत हो गई. सेना के इस कुत्ते को फैंटम के नाम से जाना जाता था. व्हाइट नाइट कोर ने कहा, “हम अपने सच्चे नायक और भारतीय सेना के बहादुर कुत्ते फैंटम के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं.

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