पंच से लेकर राष्ट्रपति तक, सबसे भिड़ चुका है ये चुनावी राजा, 245 वीं बार प्रियंका गांधी के खिलाफ मैदान में उतरा

नई दिल्ली: केरल की वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस की प्रियंका गांधी के खिलाफ कुल 21 लोगों ने नामांकन दाखिल किया है। आमतौर पर लोग चुनाव में इसलिए खड़े होते हैं ताकि जीतकर क्षेत्र के लिए बेहतर काम कर सकें, लेकिन इन 21 लोगों में एक चेहरा ऐसा भी है जो इलेक्शन राजा के नाम […]

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पंच से लेकर राष्ट्रपति तक, सबसे भिड़ चुका है ये चुनावी राजा, 245 वीं बार प्रियंका गांधी के खिलाफ मैदान में उतरा

Neha Singh

  • October 29, 2024 7:58 am Asia/KolkataIST, Updated 3 weeks ago

नई दिल्ली: केरल की वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस की प्रियंका गांधी के खिलाफ कुल 21 लोगों ने नामांकन दाखिल किया है। आमतौर पर लोग चुनाव में इसलिए खड़े होते हैं ताकि जीतकर क्षेत्र के लिए बेहतर काम कर सकें, लेकिन इन 21 लोगों में एक चेहरा ऐसा भी है जो इलेक्शन राजा के नाम से मशहूर है और वो चुनाव में सिर्फ हारने के लिए खड़ा होता है। इलेक्शन राजा दो-चार बार नहीं बल्कि 245 बार चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर चुका है और अब तक लाखों रुपये की जमानत जब्त करा चुका है।

गिनीज बुक में नाम दर्ज

उसके जैसे और भी लोग हैं जो 100-200 बार चुनाव लड़ चुके हैं। तमिलनाडु के 65 वर्षीय केके पद्मराजन का कहना है कि जब तक वो जिंदा हैं, वो चुनावों में नामांकन पत्र दाखिल करते रहेंगे और लोगों से कहेंगे कि वो उन्हें वोट न दें। पद्मराजन पंचायत, नगर पालिका, विधानसभा और यहां तक कि लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। वो जब भी नामांकन पत्र दाखिल करने जाते हैं तो अपने साथ ढेर सारा बैंड बाजा लेकर जाते हैं। चाहे इसके लिए कितना भी पैसा क्यों न खर्च करना पड़े। पद्मराजन का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे ज्यादा चुनाव लड़ने और हारने वाले उम्मीदवार के तौर पर दर्ज है।

पूर्व प्रधानमंत्रियों के खिलाफ भी लड़े चुनाव

हैरानी की बात यह है कि पद्मराजन भारत के तीन पूर्व प्रधानमंत्रियों अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह और पीवी नरसिम्हा राव के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। उनका दावा है कि उन्होंने अब तक 80 लाख रुपये से ज्यादा की जमानत राशि बर्बाद कर दी है, क्योंकि हर चुनाव में उनकी जमानत जब्त हो जाती है।

साल 2019 में उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने केरल के त्रिशूर और तमिलनाडु के धर्मपुरी से चुनाव लड़ा था।
चुनाव राजा ने करुणानिधि, जयललिता, वाईएसआर रेड्डी, एके एंटनी, हेमा मालिनी और विजयकांत के खिलाफ भी चुनाव लड़ा और हारा है। चुनाव हारने का सिलसिला 1988 से शुरू हुआ था।

हारने के लिए चुनाव लड़ते हैं पद्मराजन

उन्होंने अपना पहला चुनाव 1988 में अपने गृहनगर मेट्टूर से लड़ा था। उन्होंने अपने किसी भी चुनाव में प्रचार नहीं किया, क्योंकि वे असफल उम्मीदवार का टैग बरकरार रखना चाहते हैं। वे टायर रिपेयर की दुकान चलाते हैं। चुनाव राजा छह बार राष्ट्रपति चुनाव, छह बार उपराष्ट्रपति चुनाव, 32 बार लोकसभा चुनाव, 50 बार राज्यसभा चुनाव और 73 बार संसदीय चुनाव लड़ चुके हैं।

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