नई दिल्ली : भारत में रेलवे सिर्फ़ यात्रा का साधन नहीं है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था की रीड की हड्डी है । हर रोज़ लाखों लोग ट्रेन से सफ़र करते हैं। क्या आप जानते हैं कि रेलवे इस्त्ने सारे यात्रियों से कितना पैसा कमाता है? यह आंकड़ा सुनकर आप हैरान रह जाएँगे। यह पैसा सिर्फ़ […]
नई दिल्ली : भारत में रेलवे सिर्फ़ यात्रा का साधन नहीं है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था की रीड की हड्डी है । हर रोज़ लाखों लोग ट्रेन से सफ़र करते हैं। क्या आप जानते हैं कि रेलवे इस्त्ने सारे यात्रियों से कितना पैसा कमाता है? यह आंकड़ा सुनकर आप हैरान रह जाएँगे। यह पैसा सिर्फ़ यात्री किराए से ही नहीं आता, बल्कि माल ढुलाई जैसे कई दूसरे स्रोतों से भी कमाया जाता है। आइए जानते है की रेलवे सबसे ज्यादा कहाँ कमाई करती है।
साल 2023-24 में भारतीय रेलवे ने रिकॉर्ड 648 करोड़ यात्रियों की यात्रा दर्ज की, जो पिछले साल के 596 करोड़ यात्रियों से 52 करोड़ ज़्यादा है। संख्या में इस बढ़ोतरी का मतलब है कि ज़्यादा लोग ट्रेनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे रेलवे की कमाई भी बढ़ी है। ज़्यादा यात्रियों के यात्रा करने से रेलवे को टिकटों की बिक्री से काफ़ी ज़्यादा राजस्व मिला है
भारतीय रेलवे ने वर्ष 2023-24 में 1,500 मीट्रिक टन से अधिक माल की ढुलाई की। इससे पहले 2022-23 में रेलवे ने 1,512 मीट्रिक टन माल भेजने का कीर्तिमान बनाया था। इतनी बड़ी मात्रा में माल की ढुलाई से रेलवे की कमाई में भी काफी इजाफा हुआ है। ये आंकड़े बताते हैं कि भारतीय रेलवे न केवल लोगों के परिवहन में बल्कि माल पहुंचाने में भी बड़ी भूमिका निभा रहा है। रेलवे के जरिए माल की ढुलाई जल्दी, सस्ते और सुरक्षित तरीके से होती है, जिससे उद्योगों और व्यापारियों का इस पर भरोसा बढ़ा है।
साल 2023-24 में भारतीय रेलवे ने कुल ₹2.40 लाख करोड़ की कमाई की है। यह कमाई मुख्य रूप से यात्री टिकट, सामान परिवहन और कुछ अन्य माध्यमों से हुई है। इसका मतलब यह है कि रेलवे की कमाई इसलिए बढ़ी है क्योंकि अब ज़्यादा लोग ट्रेनों से यात्रा कर रहे हैं और रेलवे के ज़रिए बड़ी मात्रा में सामान भेजा जा रहा है।
भारतीय रेलवे ने हाल ही में 5,100 किलोमीटर नई पटरियाँ बिछाई हैं, जिससे यात्रियों और माल की आवाजाही और भी सुविधाजनक हो गई है। इसका मतलब है कि अब नए रूटों पर ज़्यादा ट्रेनें चलाई जा सकेंगी, जिससे लोगों को अपने गंतव्य तक पहुँचने में आसानी होगी। नई पटरियाँ बिछाने से रेलवे नेटवर्क का और विस्तार हुआ है, जिससे ज़्यादा इलाकों में ट्रेन सेवाएँ दी जा सकेंगी।
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