जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे साइलेंट मोड पर चली गई थीं. बताया गया कि भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाए जाने से वो आहत हैं. इस बीच पिछले कुछ दिनों से वसुंधरा अचानक मुखर होकर बयान देने लगी हैं. भजनलाल पर साधा निशाना पिछले महीने सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर […]
जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे साइलेंट मोड पर चली गई थीं. बताया गया कि भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाए जाने से वो आहत हैं. इस बीच पिछले कुछ दिनों से वसुंधरा अचानक मुखर होकर बयान देने लगी हैं.
पिछले महीने सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर के सम्मान समारोह में वसुंधरा राजे ने इशारों-इशारों में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि ओम माथुर जी चाहे कितनी भी बुलंदियां छू लें, लेकिन उनके पैर हमेशा जमीन पर ही रहेंगे.
वसुंधरा ने कहा कि यही वजह है कि ओम माथुर को चाहने वाले लोगों की संख्या असंख्य हैं. वरना आजकल तो लोगों को पीतल की लौंग क्या मिल जाती है वे अपने आप को सर्राफ समझने लगते हैं. बता दें कि वसुंधरा की इस टिप्पणी को मुख्यमंत्री शर्मा से जोड़कर देखा गया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते एक-दो महीने से वसुंधरा राज्य राजस्थान की राजनीति में काफी ज्यादा सक्रिय हैं. सियासी गलियारों की मानें तो वह जल्द ही कोई बड़ा भी ले सकती हैं. बता दें कि वसुंधरा की गिनती बीजेपी के उन नेताओं में होती है जिनका अपना जनाधार और विधायकों-सांसदों पर पकड़ है. सोशल मीडिया पर कई बार ये भी खबरें सुनने को मिल जाती हैं वसुंधरा राजे की कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत के साथ भी कोई साझेदारी परदे के पीछे चल रही है.
राजस्थान उपचुनाव: कांग्रेस ने सात सीटों पर किया उम्मीदवारों का ऐलान,जानें किसे कहां से मिला टिकट