नई दिल्ली : पुणे में खेले गए दूसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया को 113 रनों से हरा दिया. इसके साथ ही कीवी टीम ने सीरीज पर भी कब्जा कर लिया है. न्यूजीलैंड ने पहली बार भारत में टेस्ट सीरीज जीती है. टीम इंडिया 12 साल बाद घरेलू धरती पर टेस्ट सीरीज हारी है. […]
नई दिल्ली : पुणे में खेले गए दूसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया को 113 रनों से हरा दिया. इसके साथ ही कीवी टीम ने सीरीज पर भी कब्जा कर लिया है. न्यूजीलैंड ने पहली बार भारत में टेस्ट सीरीज जीती है. टीम इंडिया 12 साल बाद घरेलू धरती पर टेस्ट सीरीज हारी है.
पुणे टेस्ट में न्यूजीलैंड ने भारत के सामने 359 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसके जवाब में रोहित एंड कंपनी 245 रन ही बना सकी. न्यूजीलैंड की ओर से मिशेल सेंटनर ने कुल 13 विकेट लिए. उन्होंने पहली पारी में 7 और दूसरी पारी में 6 विकेट लिए.
इस मैच में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। हालांकि कीवी टीम 259 रन पर ऑलआउट हो गई, लेकिन जब भारत बल्लेबाजी करने आया तो यह भी एक बहुत बड़ा स्कोर लग रहा था। टीम इंडिया की पहली पारी महज 156 रन पर ऑलआउट हो गई। पहली पारी में 103 रन की बढ़त का न्यूजीलैंड को काफी फायदा मिला, जिसके चलते टीम इंडिया भी बैकफुट पर चली गई। पहली पारी में रोहित शर्मा और विराट कोहली क्रमश: 0 और 1 रन ही बना पाए।
न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 103 रन की बढ़त ले ली थी, ऐसे में टीम इंडिया को कीवी टीम को छोटे स्कोर पर रोकना था। लेकिन यहां न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम भारत की राह में रोड़ा बन गए, जिन्होंने 86 रन की पारी खेलकर टीम इंडिया को जीत से दूर कर दिया। टॉम ब्लंडेल और ग्लेन फिलिप्स ने भी क्रमश: 41 और 48 रनों का योगदान दिया, लेकिन टॉम लेथम की अर्धशतकीय पारी भारत के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदेह साबित हुई।
बल्लेबाजी में विफलता भी भारत की हार का एक बड़ा कारण रही। रोहित शर्मा पुणे टेस्ट की दोनों पारियों में दोहरे अंक तक नहीं पहुंच सके, जबकि विराट ने दोनों पारियों में सिर्फ 18 रन बनाए। उनके अलावा मध्यक्रम में ऋषभ पंत ने पहली पारी में 18 रन बनाए और दूसरी पारी में अपना खाता भी नहीं खोल सके। बैंगलोर टेस्ट के शतकवीर सरफराज खान इस बार कोई कमाल नहीं दिखा पाए। अगर कुल मिलाकर आकलन करें तो बल्लेबाजी में विफलता टीम इंडिया के सीरीज हारने का बड़ा कारण बनी।
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